पिछले कुछ हफ्तों से देश के कई हिस्सों में भारी बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई जैसे बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक, हर जगह बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। ऐसे में लोग अपने कीमती गैजेट्स जैसे स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच और इयरबड्स को पानी से बचाने के लिए वाटरप्रूफ टेक्नोलॉजी की ओर रुख कर रहे हैं। Google Trends के मुताबिक, ‘वाटरप्रूफ स्मार्टफोन’, ‘वाटरप्रूफ स्मार्टवॉच’ और ‘IP68 रेटिंग’ जैसे सर्च टर्म्स में भारी उछाल देखा गया है। आखिर क्यों हो रही है इन गैजेट्स की इतनी डिमांड? आइए जानते हैं।
बारिश में गैजेट्स का नुकसान, यूजर्स परेशानमानसून के इस मौसम में स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का पानी में खराब होना आम बात है। सड़कों पर जलभराव, अचानक बारिश और उमस भरे मौसम में लोग अपने डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए परेशान हैं। एक सर्वे के अनुसार, भारत में हर साल लाखों स्मार्टफोन पानी के संपर्क में आने से खराब हो जाते हैं। ऐसे में वाटरप्रूफ गैजेट्स की मांग बढ़ना लाजमी है। लोग अब ऐसे डिवाइस चाहते हैं जो बारिश में भी बेफिक्र इस्तेमाल किए जा सकें।
IP रेटिंग का मतलब क्या है?वाटरप्रूफ गैजेट्स की बात हो और IP रेटिंग का जिक्र न हो, ऐसा हो नहीं सकता। IP यानी ‘इंग्रेस प्रोटेक्शन’ रेटिंग यह बताती है कि कोई डिवाइस कितना पानी और धूल सहन कर सकता है। उदाहरण के लिए, IP68 रेटिंग वाला स्मार्टफोन 1.5 मीटर गहरे पानी में 30 मिनट तक सुरक्षित रह सकता है। Google Trends में ‘IP68 स्मार्टफोन’ और ‘IP67 वाटरप्रूफ’ जैसे कीवर्ड्स की सर्च में तेजी से इजाफा हुआ है, क्योंकि लोग अब गैजेट खरीदने से पहले उसकी वाटरप्रूफ रेटिंग जरूर चेक करते हैं।
टॉप ब्रांड्स ने पकड़ी रफ्तारसैमसंग, ऐपल, शाओमी और वनप्लस जैसे बड़े ब्रांड्स ने वाटरप्रूफ फीचर्स को अपने प्रोडक्ट्स का मुख्य आकर्षण बना लिया है। सैमसंग गैलेक्सी S23 सीरीज, ऐपल का iPhone 15 और शाओमी 13 प्रो जैसे स्मार्टफोन्स IP68 रेटिंग के साथ आते हैं, जो इन्हें बारिश के मौसम में यूजर्स की पहली पसंद बनाते हैं। इसके अलावा, स्मार्टवॉच और वायरलेस इयरबड्स जैसे गैजेट्स में भी वाटरप्रूफ टेक्नोलॉजी का चलन बढ़ रहा है। Google Trends के डेटा के अनुसार, पिछले एक महीने में इन ब्रांड्स के वाटरप्रूफ मॉडल्स की सर्च में 40% की बढ़ोतरी हुई है।
यूजर्स की पसंद बदल रही हैलोग अब सिर्फ स्टाइलिश डिजाइन या हाई-एंड कैमरे तक सीमित नहीं हैं। बारिश के मौसम में गैजेट्स की टिकाऊपन और सुरक्षा उनकी प्राथमिकता बन गई है। ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट पर भी वाटरप्रूफ गैजेट्स की सेल में जबरदस्त उछाल देखा गया है। खासकर युवा यूजर्स, जो बाहर ज्यादा समय बिताते हैं, अब वाटरप्रूफ डिवाइस को प्राथमिकता दे रहे हैं।
क्या है भविष्य?जैसे-जैसे मौसम का मिजाज बदल रहा है, टेक्नोलॉजी कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने में जुट गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सालों में वाटरप्रूफ टेक्नोलॉजी और सस्ती होगी, जिससे बजट स्मार्टफोन्स में भी यह फीचर आम हो जाएगा। Google Trends के रुझान बताते हैं कि लोग न सिर्फ वाटरप्रूफ गैजेट्स सर्च कर रहे हैं, बल्कि उनके रिव्यू और तुलना भी देख रहे हैं। यह साफ है कि बारिश के इस मौसम में वाटरप्रूफ गैजेट्स की डिमांड और बढ़ेगी।
You may also like
`अपने` बच्चों को` इस दुनिया में लाने के लिए पारस पत्थर का इस्तेमाल करती है ये पक्षी, जानिये कैसे
यूपी : रामस्वरूप यूनिवर्सिटी लाठीचार्ज के विरोध में बाराबंकी में एबीवीपी का प्रदर्शन, निकाली गई मशाल यात्रा
हीरोइन बनाने के नाम पर जिस्मफरोशी का धंधा! 'मैडम' निकली फिल्म एक्ट्रेस, 2 टीवी हीरोइनें बचाई गईं
आज जो बताने` जा रहे है वो जरूर पढ़े क्योंकि स्वयं के नाख़ून देखने से आप जान जाओगे की कौन सा रोग है शेयर जरूर करे
बाढ पीड़ितों के लिए मंडलायुक्त-डीआईजी व डीएम बने रामदूत