शरीर की छोटी-मोटी समस्याएं कभी-कभी किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती हैं। फैटी लिवर ऐसी ही एक चुपके से बढ़ने वाली स्थिति है, जो खासतौर पर महिलाओं में देर से पकड़ में आती है। महिलाएं अक्सर थकान, तनाव या हार्मोनल बदलावों को सामान्य मानकर इन्हें नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन ये लक्षण लिवर में जमा चर्बी की ओर इशारा कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि फैटी लिवर के संकेत क्या हैं और इनका समय रहते पता लगाना क्यों जरूरी है।
थकान जो खत्म ही न होकामकाज के बाद थकावट महसूस होना स्वाभाविक है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि पूरी नींद लेने के बाद भी शरीर क्यों टूटा-टूटा सा लगता है? अगर आप सुबह भी तरोताजा महसूस नहीं करतीं, तो यह फैटी लिवर का लक्षण हो सकता है। जब लिवर में अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है, तो वह शरीर को पोषण देने में असमर्थ हो जाता है। नतीजा? लगातार थकान और कमजोरी जो आपका पीछा नहीं छोड़ती।
पेट का भारीपन और ब्लॉटिंगखाने के बाद पेट में भारीपन या फूलने जैसा महसूस होना आम बात हो सकती है। लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, खासकर पेट के ऊपरी हिस्से में, तो इसे हल्के में न लें। महिलाएं अक्सर इसे पाचन की समस्या समझकर टाल देती हैं, लेकिन यह फैटी लिवर का संकेत हो सकता है। लिवर की खराबी के कारण शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे ब्लॉटिंग और असहजता बढ़ती है।
वजन घटाने की कोशिशें नाकामक्या आप सख्त डाइट और नियमित व्यायाम के बावजूद वजन कम नहीं कर पा रही हैं? यह लिवर में जमा चर्बी का नतीजा हो सकता है। फैटी लिवर के कारण शरीर की चर्बी को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया बाधित होती है, जिससे वजन बढ़ता ही जाता है। अगर आपकी सारी कोशिशें बेकार जा रही हैं, तो अपने लिवर की जांच करवाना न भूलें।
बार-बार मितली का अहसासक्या आपको अक्सर उल्टी जैसा महसूस होता है, खासकर तली-भुनी चीजें खाने के बाद? इसे गैस या खराब खाने की समस्या समझना आसान है, लेकिन यह लिवर की खराबी का संकेत भी हो सकता है। जब लिवर बाइल जूस बनाने में असमर्थ होता है, तो शरीर को फैट पचाने में दिक्कत होती है। इसका परिणाम है बार-बार मितली और असहजता।
त्वचा का रंग बदलनाअगर आपकी त्वचा, खासकर गले या बगल के हिस्सों में, काली या गहरी भूरी होने लगी है, तो इसे मेकअप या स्किनकेयर की कमी न समझें। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस का लक्षण हो सकता है, जो फैटी लिवर से जुड़ा है। यह स्थिति तब होती है जब लिवर ठीक से काम नहीं करता और शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा होता है।
याददाश्त और एकाग्रता में कमीक्या आपको छोटी-छोटी बातें भूलने की आदत हो गई है या किसी काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल लगता है? यह भी फैटी लिवर का एक छिपा संकेत हो सकता है। जब लिवर शरीर से टॉक्सिन को साफ करने में असमर्थ होता है, तो ये जहरीले पदार्थ दिमाग पर असर डालते हैं, जिससे एकाग्रता और स्मृति कमजोर हो सकती है।
समय रहते सतर्कता जरूरीफैटी लिवर कोई छोटी-मोटी समस्या नहीं है। अगर समय रहते इसकी पहचान और इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और समय-समय पर मेडिकल चेकअप इस समस्या से बचने के सबसे अच्छे तरीके हैं। अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण को महसूस कर रही हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अपनी सेहत को प्राथमिकता दें, क्योंकि आपका लिवर आपके शरीर का सबसे मेहनती अंग है!
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