जयपुर, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). कोटा शहर में वृद्ध महिलाओं और आम लोगों को रुपयों का लालच देकर ठगी करने वाले एक शातिर Maharashtra गिरोह का खुलासा थाना किशोरपुरा पुलिस ने कर दिया है. पुलिस ने इस गैंग के चार सक्रिय सदस्यों — दिलीप पुत्र शंकर कोली (40) निवासी हिंगोली, Maharashtra, शिवाजी पुत्र बापुराव कोली (35), संतोष काले पुत्र विठ्ठल काले (30) और अविनाश काले पुत्र यादव काले (25), सभी निवासी परभनी, Maharashtra — को गिरफ्तार किया है. प्रत्येक आरोपी पर ₹10,000 का इनाम घोषित था.
ठगी की घटना का खुलासा
जिला Superintendent of Police तेजस्वनी गौतम ने बताया कि यह गिरोह एक संगठित तरीके से सक्रिय था. गैंग के दो सदस्य पहले ऐसे इलाकों की रैकी करते थे, जहाँ अकेली या वृद्ध महिलाएँ आसानी से मिल सकें. उसके बाद वे उन्हें पैसों का लालच देकर झांसे में लेते थे.
11 अक्टूबर को हुई घटना में आरोपियों ने 70 वर्षीय जगनाथी बाई को यह कहकर फंसाया कि “जिनके लड़का हुआ है, उन्हें ₹2000 मिल रहे हैं, हमारे साथ चलो.” महिला उनके झांसे में आ गई, जिसके बाद आरोपियों ने उसे सुनसान जगह पर ले जाकर कहा कि “पैसे पाने के लिए जेवर उतार दो.” जगनाथी बाई ने अपना सोने का मंगलसूत्र और चांदी का पत्र उतारकर दे दिया, जिसके बाद आरोपी यह कहकर फरार हो गए कि “हम अभी आते हैं.”
पुलिस की त्वरित कार्रवाई में चारों ईनामी आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद थानाधिकारी भूरी सिंह (पु.नि.) के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई. मुखबिरों और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के हुलिए और मूवमेंट की जानकारी जुटाई गई. लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने ठगी की इस वारदात में फरार चारों ईनामी आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई.
पुलिस अब आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि ठगी की अन्य वारदातों में उनकी भूमिका और चोरी किए गए गहनों की बरामदगी की जा सके. इनकी गिरफ्तारी में थाना किशोरपुरा के कांस्टेबल अशोक, तथा थाना गुमानपुरा के कांस्टेबल करतार और छोटू लाल की विशेष भूमिका रही.
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