– दिघिया बंधी पर किया प्रदर्शन
मीरजापुर, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । हलिया क्षेत्र के दिघिया गांव में सिंचाई संकट गहराता जा रहा है। दिघिया बंधी से संचालित नहर को अब तक न खोले जाने से सोमवार को सैकड़ों आक्रोशित किसान बंधी पर पहुंच गए और नहर खोलने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज किसानों ने चेताया कि यदि शीघ्र पानी नहीं छोड़ा गया तो खेती पूरी तरह चौपट हो जाएगी।
प्रदर्शन कर रहे किसानों में नरेंद्र बहादुर सिंह, संजय सिंह, अर्जुन प्रसाद, धर्मेंद्र बहादुर, उदय प्रताप सिंह, कन्हैया मौर्य सहित अन्य लोगों ने बताया कि जुलाई का पहला सप्ताह बीतने को है, लेकिन नहर में पानी न होने के कारण वे अब तक धान की नर्सरी भी नहीं डाल सके हैं।
चार दशक पहले सिंचाई के उद्देश्य से बनी दिघिया बंधी आज खुद लापरवाही की शिकार है। नहर की सफाई नहीं करवाई गई है और सूलूस गेट पर मलबा जमा है, जिससे जलप्रवाह पूरी तरह अवरुद्ध है। किसानों ने कहा कि यदि तत्काल सफाई कर नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
इस संबंध में अवर अभियंता सिद्धार्थ यादव ने कहा कि बंधी के सूलूस गेट को ठीक करवाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही नहर में पानी छोड़ा जाएगा।
हजारों बीघा खेत परती, धान की रोपाई अटकी
दिघिया, भटवारी, हलिया बरी, मझियार, बसुहरा सहित आसपास के दर्जनों गांवों के किसान दिघिया बंधी पर निर्भर हैं। लेकिन सिंचाई विभाग की उदासीनता ने उनकी खेती को संकट में डाल दिया है। अबतक हजारों बीघा खेत सूखे पड़े हैं और धान की रोपाई तक नहीं हो सकी है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। खेत सूखेंगे तो चूल्हे भी बुझेंगे।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
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