गुवाहाटी, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । ब्रह्मपुत्र नदी पर दूसरा रेल सह सड़क पुल निर्माण परियोजना का कार्य जल्द ही शुरू होने जा रहा है। 1959 से 1962 के बीच करीब 10.6 करोड़ रुपये की लागत से पहला रेल सह सड़क सराइघाट पुल का निर्माण हुआ था। अब उत्तर-पूर्व सीमांत रेलवे ब्रह्मपुत्र पर एक और पुल निर्माण की योजना लेकर आगे बढ़ रहा है।
उत्तर-पूर्व सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने जानकारी दी है कि इस परियोजना का कार्य इस वर्ष सितंबर माह से आरंभ होगा। प्रस्तावित पुल की लंबाई 5.75 किलोमीटर लंबा होगा। इस परियोजना को वित्तीय वर्ष 2017-18 में स्वीकृति दी गई थी। कुल निर्माण लागत अनुमानित 1,473.77 करोड़ रुपये है, जिसमें मिट्टी से जुड़े कार्यों के लिए 10.33 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस परियोजना के मार्च 2030 तक पूर्ण होने की संभावना है।
यह दूसरा पुल ब्रह्मपुत्र नदी पर 12 पिलरों के ऊपर निर्मित होगा। अघियाथुरी से कामाख्या तक 7.062 किलोमीटर क्षेत्र में एक मेजर और तीन माइनर ब्रिज का भी निर्माण किया जाएगा।
जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल कुमार शर्मा ने यह भी बताया कि पुल निर्माण के लिए रेलवे की भूमि पर से अवैध कब्जे हटाने के लिए राज्य सरकार का पूरा सहयोग आवश्यक है। कई लोग रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से निवास कर रहे हैं, जिससे निर्माण कार्य में बाधा आ सकती है।
सचेत नागरिकों का मानना है कि जहां एक ओर रेल यातायात सुगम होगा, वहीं पुल के सड़क हिस्से के चालू हो जाने से जालुकबाड़ी क्षेत्र में यातायात जाम की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए सरकार और रेलवे विभाग से विशेष अनुरोध किया गया है कि जाम की समस्या से निपटने के लिए वैकल्पिक सड़क योजना पर ध्यान दिया जाए। प्रस्ताव के अनुसार, यदि पुल से उतरने के बाद सड़क मार्ग को नदी के किनारे होते हुए पांडु रोड से जोड़ा जाए, तो जालुकबाड़ी क्षेत्र में जाम की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
पुल निर्माण शुरू होने से पहले रेलवे विभाग और प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि यातायात संबंधित विषयों को विशेष महत्व दिया जाए।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर
You may also like
रविशंकर प्रसाद का विपक्ष से सवाल, जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है तो फिर सड़कों पर क्यों उतरे?
कमरे में प्रेमी के साथ Nude थी मां, अचानक आ गई बेटी और देख लिया सबकुछ, उसके बाद जो हुआ उसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते
भारत का वो गांव जहां बैठकर भगवान गणेश ने लिखी महाभारत, और सरस्वती नदी को दे दिया गया था श्राप
एनआईए ने तहव्वुर राणा के खिलाफ पहला पूरक आरोप पत्र किया दाखिल
दरभंगा में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े की अंधाधुंध फायरिंग