जयपुर, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । संस्कृति, साहित्य और संगीत के संगम की धरती जयपुर एक अभूतपूर्व अंतरराष्ट्रीय संगीत महोत्सव के शुभारम्भ की गवाह होगी। तीन दिन तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव में 10 से अधिक देशों जैसे जापान, द. कोरिया, यूएसए, इंडोनेशिया आदि के कल्चरल एम्बैसडर्स, संगीतकार और संगीत प्रेमी शामिल होंगे। इस महोत्सव में लाइव म्यूज़िक, वर्कशॉप्स, एग्जीबिशन और बहुत कुछ अभिनव देखने को मिलेगा। यह पहल ‘प्लेटफॉर्म’ संस्था द्वारा शुरू की गई है। ‘प्लेटफॉर्म’ संगीत, कला और संस्कृति को समर्पित संस्था है।
शनिवार को फेस्टिवल का म्यूजिक एंथम और पोस्टर लॉन्च किया गया। इस मौके पर फेस्टिवल के फाउंडर नितिन शर्मा और ग्रैमी अवॉर्ड विनर पंडित विश्वमोहन भट्ट, फेस्टिवल के चीफ़ मेंटर अनूप श्रीवास्तव और ऐकडेमिक डायरेक्टर डॉ सुधीर सोनी मौजूद रहे। इस एंथम की खासियत है कि इसे देश के तीन दिग्गज संगीतकार जिन्हें ग्रैमी अवॉर्ड मिल चुका है, उन्होंने इस एंथम को तैयार किया है। पं. विश्व मोहन भट्ट (प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय वादक), शंकर महादेवन (प्रसिद्ध बॉलीवुड पार्श्व गायक और संगीतकार), और पं. राकेश चौरसिया (विश्व प्रसिद्ध बांसुरी वादक) ने इस फेस्टिवल के आधिकारिक थीम एंथम में अपना स्वर योगदान दिया। जिसमें शास्त्रीय और समकालीन तत्वों का मिश्रण है, जो संगीत की सार्वभौमिक भाषा का प्रतीक है, जिसे ग्रैमी पुरस्कार विजेता, पद्मश्री, पद्म भूषण पं. विश्व मोहन भट्ट ने रचा है जो इस आयोजन के संरक्षक भी हैं। तीनों दिग्गज कलाकारों को देश के बड़े अवॉर्ड मिल चुके है, भारत को अलग अलग मौके पर ग्रैमी अवॉर्ड भी दिलवा चुके है।
ग्रैमी अवार्ड विजेता पं. विश्व मोहन भट्ट ने थीम एंथम और फेस्टिवल के बारे में बात करते हुए कहा कि, यह एंथम राग देश पर आधारित है और इसमें 3 ग्रैमी अवार्ड विजेताओं का योगदान दिया है। इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से हम विश्वभर के कलाकारों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इस फेस्टिवल में फोक से लेकर फ्यूज़न वेस्टर्न से लेकर भारतीय शास्त्रीय संगीत और भी कई विधाओं का संगम देखने को मिलेगा जो कि जयपुर की धरा के लिए गौरव की बात है।
फेस्टिवल के फाउंडर नितिन शर्मा ने बताया कि, “सेलेब्रटिंग म्यूज़िक’ थीम के साथ महोत्सव का उद्देश्य संगीत की सार्वभौमिकता का जश्न मनाना है, साथ ही सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संगीत विविधता और भारत और 10 भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय देशों, जिनमें अमेरिका, चीन, जापान, कोरिया, रूस, फ्रांस, थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया और ब्रिटेन शामिल हैं। इसके उद्देश्य इन देशों के बीच सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देना भी है। सभी संगीत साधक और प्रेमियों के सहयोग से हम इस फेस्टिवल को और अधिक सफल बना सकते हैं । इससे हमारी समृद्ध संस्कृति को विश्वपटल पर एक नई पहचान मिलेगी।
अंतरराष्ट्रीय संगीत महोत्सव इस वर्ष जयपुर में एक 3-दिवसीय वैश्विक संगीत, ज्ञान और सांस्कृतिक विविधता के उत्सव के रूप में शुरू होने जा रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय संगीत महोत्सव न केवल विश्वभर के कलाकारों को एक मंच पर लाएगा, बल्कि जयपुर को वैश्विक सांस्कृतिक मानचित्र पर और सशक्त रूप से स्थापित करेगा। संगीत के माध्यम से जुड़े इस जश्न में हर राग, हर ताल एकता और उत्सव का संदेश देगा। इस महोत्सव के थीम पोस्टर और फेस्टिवल के म्यूजिक एंथम को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में 26 जुलाई को शाम 4 बजे लॉन्च किया गया। इसमें संगीत, कला प्रेमी एवं ग्रैमी अवॉर्ड विनर और पद्मभूषण, मोहन वीणा वादक पंडित विश्व मोहन भट्ट उपस्थित हुए।
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(Udaipur Kiran)
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