अंकारा (तुर्किये)/एथेंस (ग्रीस), 03 जून (Udaipur Kiran) । तुर्किये और ग्रीस में रात को आए शक्तिशाली भूकंप से घबराए लोग जान बचाने के लिए घरों की बालकनी और खिड़कियों से कूद गए। इससे कोई हाथ तुड़वा बैठा तो किसी के पैर पर चोट आई। बहुत से लोगों के शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आई है। 70 से अधिक घायलों को अस्पताल भेजा गया।
ग्रीस के द नेशनल हेराल्ड अखबार की खबर के अनुसार तुर्किये के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्रेसीडेंसी ने कहा कि सोमवार आधीरात बाद 2ः17 बजे भूकंप के शक्तिशाली झटके तुर्किये के तटीय शहर के लोगों ने महसूस किए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई। इससे डर कर लोग अपने घरों से बाहर निकलने के लिए खिड़कियों और बालकनी से कूद गए। एक किशोरी की अस्पताल ले जाने के बाद मौत हो गई। हालांकि इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्रेसीडेंसी ने कहा कि भूकंप का केंद्र भूमध्य सागर में था। यह मार्मारिस के हॉलिडे रिसॉर्ट के पास था। भूकंप के झटके ग्रीस द्वीप रोड्स सहित पड़ोसी क्षेत्रों में भी महसूस किए गए। तुर्किये के आंतरिकमंत्री अली येरलिकाया ने एक्स पर कहा कि एक 14 वर्षीय लड़की को अस्पताल ले जाया गया और वहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि घबराहट में खिड़कियों या बालकनी से कूदने के कारण लगभग 70 अन्य लोगों को चोटों के लिए उपचार दिया गया। उन्होंने बताया कि इमारतों को नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है।
ग्रीस रिपोर्टर पोर्टल के अनुसार भूकंप सबसे ज्यादा असर, ग्रीक द्वीप रोड्स पर दिखा। भूकंप की अवधि लंबी और तीव्रता वाली रही। सैकड़ों लोगों ने अपने घरों को खाली कर दिया। रोड्स में भूकंप का झटका लगते ही सो रहे लोग बिस्तरों से उछल पड़े। रोड्स फायर डिपार्टमेंट का कहना है कि किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है। बुनियादी ढांचों को मामूली क्षति हुई है। ग्रीस के भूकंप नियोजन और संरक्षण संगठन के प्रमुख एफथिमियोस लेक्कास के अनुसार, ऐसा संभवतः इसलिए हुआ क्योंकि भूकंप 60 किलोमीटर (37 मील) की गहराई पर आया था।
लेक्कास ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि भूकंप के झटके व्यापक क्षेत्र में महसूस किए गए, लेकिन इसका सतह पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। तुर्किये प्रमुख फॉल्ट लाइनों के शीर्ष पर है। यहां अकसर भूकंप आते रहते हैं। 2023 में 7.8 तीव्रता वाले भूकंप ने तुर्किये में 53,000 से ज़्यादा लोगों की जान ली थी। हजारों इमारतें नष्ट हो गईं या क्षतिग्रस्त हो गईं। पड़ोसी सीरिया के उत्तरी इलाकों में 6,000 से अधिक लोग मारे गए।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
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