"क्या हाल है गुरु! ये उमस वाली गर्मी तो एकदम जान ही निकाल दे रही है।" - आजकल बनारस की गलियों और घाटों पर हर किसी की जुबान पर यही बात है। दिन में चिलचिलाती धूप और रात में पीछा न छोड़ने वाली चिपचिपी गर्मी ने सबका हाल बेहाल कर दिया है। हर कोई बस यही आस लगाए बैठा है कि आखिर इंद्रदेव कब मेहरबान होंगे।तो लीजिए,लगता है भोलेनाथ ने सबकी सुन ली है! मौसम विभाग ने वो खबर दी है जिसका आप और हम बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे।उमस का'खेल खत्म',अब होगी बारिश!जी हाँ,मौसम विभाग ने साफ-साफ कह दिया है कि अब बनारस वालों को इस जानलेवा गर्मी से बड़ी राहत मिलने वाली है। जो मानसून थोड़ा सुस्त पड़ गया था,वह एक बार फिर से पूरी ताकत के साथ लौट रहा है।मौसम विभाग ने वाराणसी और आसपास के इलाकों के लिएयेलो अलर्ट (Yellow Alert)जारी किया है। इसका मतलब है कि आज दोपहर बाद या शाम से मौसम अचानक करवट ले सकता है।कितनी होगी बारिश और कब तक मिलेगी राहत?मौसम विभाग का कहना है कि अगले24से48घंटे काशी के लिए बहुत अहम हैं। इस दौरान सिर्फ हल्की-फुल्की फुहारें नहीं,बल्कितेज हवाओं और गरज-चमक के साथ भारी बारिशहोने की भी पूरी-पूरी संभावना है।इस झमाझMबारिश का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जो पारा36-37डिग्री के आसपास टिका हुआ है,वह लुढ़ककर नीचे आ जाएगा और मौसम में एक खुशनुमा ठंडक घुल जाएगी।किसानों के चेहरे खिले,पर थोड़ी सावधानी भी ज़रूरीयह बारिश सिर्फ शहर वालों को गर्मी से ही राहत नहीं देगी,बल्कि यह उन किसानों के लिए किसी'अमृत'से कम नहीं है जो धान की फसल के लिए पानी का इंतज़ार कर रहे हैं। इस बारिश से उनकी सूखती फसलों में नई जान आ जाएगी।हालांकि,शहर में रहने वाले लोगों को थोड़ी सावधानी बरतने की भी ज़रूरत है। भारी बारिश के बाद अक्सर शहर के निचले इलाकों मेंपानी भरने (जलभराव)की परेशानी हो जाती है,जिससे ट्रैफिक पर भी असर पड़ता है।तो कुल मिलाकर,काशी वालों के लिए अच्छी खबर यह है कि इस चिपचिपी गर्मी से जल्द ही'आज़ादी'मिलने वाली है। तो बस चाय-कचौड़ी का इंतजाम कर लीजिए और इस सुहाने मौसम का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाइए!
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