Next Story
Newszop

पांच दिन, 6 बैठकें, हंगामेदार हो सकता है विधानसभा का मॉनसून सत्र, विपक्ष के सवालों से कैसे बचेगी सरकार

Send Push
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। कांग्रेस राज्य में खाद की कमी और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरने की योजना बना रही है। वहीं, बीजेपी ने भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने की योजना बना ली है। रविवार को भाजपा और कांग्रेस ने अपनी अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए अपने विधायकों के साथ बैठकें की हैं।



पांच बैठकें होंगी

छत्तीसगढ़ विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘छत्तीसगढ़ की छठी विधानसभा के छठे सत्र में पांच बैठकें होंगी। यह सत्र 18 जुलाई तक चलेगा। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान वित्तीय और सरकारी मामलों से संबंधित कार्य किए जाएंगे।’’ वहीं, दावा किया जा रहा है कि सरकार इस सदन में कोई बड़ा विधेयक भी ला सकती है। हालांकि इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है।



कांग्रेस की क्या है रणनीति

कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि विपक्ष के नेता चरणदास महंत की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी ने कानून व्यवस्था, बिजली दरों में बढ़ोतरी, खाद की कमी और युक्तिकरण प्रक्रिया सहित विभिन्न मुद्दों को उठाने का फैसला किया है।



सीएम ने दिया जवाब

वहीं, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संवाददाताओं को बताया कि सत्र की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की मामूली कमी है और कहा कि यह अकेला राज्य नहीं है जो इस समस्या से जूझ रहा है। साय ने कहा, ‘‘यहां डीएपी की खपत इसके उत्पादन से ज़्यादा है। हमारा कृषि विभाग एनपीके को एक विकल्प के रूप में बढ़ावा दे रहा है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि डीएपी की कोई कमी न हो।’’



किस पार्टी के कितने विधायक

छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 विधायक हैं। नब्बे सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 54, कांग्रेस के 35 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का एक विधायक है। अधिकारियों ने बताया कि सदन में ज्यादातर विधायकों के द्वारा सवाल लगाए गए हैं।

Loving Newspoint? Download the app now