कोलकाता: दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की 23 वर्षीय छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद पीड़िता के पिता ने सुरक्षा चिंताओं के चलते अपनी बेटी को ओडिशा वापस ले जाने की इच्छा जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उस टिप्पणी की भी कड़ी आलोचना की, जिसमें उन्होंने छात्रा के देर रात कॉलेज परिसर से बाहर होने पर सवाल उठाया था। पिता ने राज्य की स्थिति की तुलना औरंगज़ेब के शासन से करते हुए कहा कि वे अब बंगाल में सुरक्षित महसूस नहीं करते। उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री से भी मदद का अनुरोध किया है।
बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं-पिता
पीड़िता के पिता ने टेलीविजन चैनलों से कहा कि ऐसा लगता है कि बंगाल (मुगल शासक) औरंगजेब के शासन में है। मैं अपनी बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं। उसकी जिंदगी पहले है, करियर बाद में। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बेटी की हालत फिलहाल स्थिर है। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए कि 23 वर्षीय छात्रा देर रात अपने कॉलेज परिसर से बाहर क्यों थी? पीड़िता के पिता ने कहा कि वह भी एक महिला है। वह ऐसी गैरजिम्मेदाराना बात कैसे कह सकती हैं? क्या महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़कर घर बैठ जाना चाहिए?
ममता के बयान की आलोचना
दुर्गापुर की घटना के बाद छात्राओं को देर रात बाहर न निकलने की सलाह देने को लेकर बनर्जी को रविवार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बनर्जी ने कहा था कि मैं इस घटना से स्तब्ध हूं, लेकिन निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अपने विद्यार्थियों, खासकर छात्राओं का ध्यान रखना चाहिए। रात के समय उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। बाद में बनर्जी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि उनके शब्दों को संदर्भ से काट कर देखा गया।
ओडिशा सीएम से मांगी मदद
रविवार शाम अलीपुरदुआर में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कोलकाता हवाई अड्डे पर मैंने जो कुछ कहा था, उसे जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मेरे शब्द वैसे नहीं थे जैसा प्रस्तुत किया गया है। पीड़िता के पिता ने कहा कि उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से अनुरोध किया है कि मजिस्ट्रेट के समक्ष उनकी बेटी का बयान दर्ज होने के बाद उसे वापस घर भेजने में मदद की जाए। उन्होंने कहा कि मैंने अपने मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है।
पीड़िता के पिता से मिले सुवेंदु अधिकारी
सोमवार को, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दुर्गापुर में पीड़िता के पिता से मुलाकात की। अधिकारी के आधिकारिक फेसबुक पेज से उनकी बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या वह पुलिस जांच से संतुष्ट हैं, छात्रा के पिता ने कहा कि मैं पुलिस से दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं ताकि वे इस तरह के जघन्य कृत्य को दोहराने की हिम्मत न करें। (इनपुट एजेंसी)
बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं-पिता
पीड़िता के पिता ने टेलीविजन चैनलों से कहा कि ऐसा लगता है कि बंगाल (मुगल शासक) औरंगजेब के शासन में है। मैं अपनी बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं। उसकी जिंदगी पहले है, करियर बाद में। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बेटी की हालत फिलहाल स्थिर है। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए कि 23 वर्षीय छात्रा देर रात अपने कॉलेज परिसर से बाहर क्यों थी? पीड़िता के पिता ने कहा कि वह भी एक महिला है। वह ऐसी गैरजिम्मेदाराना बात कैसे कह सकती हैं? क्या महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़कर घर बैठ जाना चाहिए?
ममता के बयान की आलोचना
दुर्गापुर की घटना के बाद छात्राओं को देर रात बाहर न निकलने की सलाह देने को लेकर बनर्जी को रविवार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बनर्जी ने कहा था कि मैं इस घटना से स्तब्ध हूं, लेकिन निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अपने विद्यार्थियों, खासकर छात्राओं का ध्यान रखना चाहिए। रात के समय उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। बाद में बनर्जी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि उनके शब्दों को संदर्भ से काट कर देखा गया।
ओडिशा सीएम से मांगी मदद
रविवार शाम अलीपुरदुआर में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कोलकाता हवाई अड्डे पर मैंने जो कुछ कहा था, उसे जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मेरे शब्द वैसे नहीं थे जैसा प्रस्तुत किया गया है। पीड़िता के पिता ने कहा कि उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से अनुरोध किया है कि मजिस्ट्रेट के समक्ष उनकी बेटी का बयान दर्ज होने के बाद उसे वापस घर भेजने में मदद की जाए। उन्होंने कहा कि मैंने अपने मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है।
पीड़िता के पिता से मिले सुवेंदु अधिकारी
सोमवार को, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दुर्गापुर में पीड़िता के पिता से मुलाकात की। अधिकारी के आधिकारिक फेसबुक पेज से उनकी बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या वह पुलिस जांच से संतुष्ट हैं, छात्रा के पिता ने कहा कि मैं पुलिस से दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं ताकि वे इस तरह के जघन्य कृत्य को दोहराने की हिम्मत न करें। (इनपुट एजेंसी)
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