Jobs in Canada: क्या अब कनाडा में जॉब करना मुश्किल होने वाला है? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि सरकार 'टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम' (TFWP) में बदलाव की तैयारी कर रही है। कनाडा में जॉब के लिए जाने वाले भारतीयों समेत विदेशी वर्कर्स TFWP का ही इस्तेमाल करते हैं। इस प्रोग्राम के जरिए ही कनाडाई कंपनियां विदेशी वर्कर्स की हायरिंग करती है। इस प्रोग्राम के तहत कंपनियों को हायरिंग से पहले सरकार से 'लेबर मार्केट इम्पैक्ट असेसमेंट' (LMIA) सर्टिफिकेट हासिल करना पड़ता है।
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LMIA सर्टिफिकेटबताता है कि अगर विदेशी वर्कर्स की हायरिंग की जाती है, तो उससे देश के जॉब मार्केट पर कोई असर नहीं होगा। सरकार की तरफ से LMIA सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही वर्क परमिट जारी होता है। पिछले कुछ सालों में TFWP में काफी ज्यादा बदलाव किया गया है। एक बार फिर से इसमें परिवर्तन करने की तैयारी हो रही है। कनाडा ने इमिग्रेशन को लेकर कड़ाई करना शुरू कर दिया है, जिस वजह से सरकार के निशाने पर एक बार फिर से TFWP भी आ गया है।
TFWP को बदलने के लिए काम कर रही सरकार
प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने 10 सितंबर को एडमोंटन में लिबरल कॉकस को संबोधित करते हुए कहा कि TFWP में एक केंद्रित दृष्टिकोण होना चाहिए, जो विशिष्ट, रणनीतिक क्षेत्रों और खास सेक्टर्स की जरूरतों को पूरा करता हो। सीआईसी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने पुष्टि की कि सरकार इन उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है, लेकिन उन्होंने आगे कोई डिटेल्स नहीं दी।
विपक्ष ने TFWP की आलोचना भी की है। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलीव्रे ने दावा किया है कि ये प्रोग्राम कनाडावासियों के लिए नौकरियों के अवसरों को कम करता है और उन्होंने इसे समाप्त करने की मांग भी की है।
अभी TFWP में किस तरह से बदलाव किए गए हैं?
पिछले 18 महीनों में कनाडा ने TFWP को लेकर कई तरह के ऐलान किए हैं। इसमें 2025 के लिए सिर्फ 82 हजार TFWP जारी करना शामिल है। इसके अलावा जिन इलाकों में बेरोजगारी दर 6% से ज्यादा है, वहां LMIA प्रोसेस नहीं किया जाता है। इसी तरह से ज्यादा सैलरी वाली पॉजिशन के लिए सैलरी लिमिट को क्षेत्रीय औसत से 20% अधिक तक बढ़ाया गया है। एक कंपनी में कितने लोगों को TFWP के जरिए हायर किया जाएगा, इसे लेकर भी लिमिट लगाई गई है।
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LMIA सर्टिफिकेटबताता है कि अगर विदेशी वर्कर्स की हायरिंग की जाती है, तो उससे देश के जॉब मार्केट पर कोई असर नहीं होगा। सरकार की तरफ से LMIA सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही वर्क परमिट जारी होता है। पिछले कुछ सालों में TFWP में काफी ज्यादा बदलाव किया गया है। एक बार फिर से इसमें परिवर्तन करने की तैयारी हो रही है। कनाडा ने इमिग्रेशन को लेकर कड़ाई करना शुरू कर दिया है, जिस वजह से सरकार के निशाने पर एक बार फिर से TFWP भी आ गया है।
TFWP को बदलने के लिए काम कर रही सरकार
प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने 10 सितंबर को एडमोंटन में लिबरल कॉकस को संबोधित करते हुए कहा कि TFWP में एक केंद्रित दृष्टिकोण होना चाहिए, जो विशिष्ट, रणनीतिक क्षेत्रों और खास सेक्टर्स की जरूरतों को पूरा करता हो। सीआईसी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने पुष्टि की कि सरकार इन उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है, लेकिन उन्होंने आगे कोई डिटेल्स नहीं दी।
विपक्ष ने TFWP की आलोचना भी की है। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलीव्रे ने दावा किया है कि ये प्रोग्राम कनाडावासियों के लिए नौकरियों के अवसरों को कम करता है और उन्होंने इसे समाप्त करने की मांग भी की है।
अभी TFWP में किस तरह से बदलाव किए गए हैं?
पिछले 18 महीनों में कनाडा ने TFWP को लेकर कई तरह के ऐलान किए हैं। इसमें 2025 के लिए सिर्फ 82 हजार TFWP जारी करना शामिल है। इसके अलावा जिन इलाकों में बेरोजगारी दर 6% से ज्यादा है, वहां LMIA प्रोसेस नहीं किया जाता है। इसी तरह से ज्यादा सैलरी वाली पॉजिशन के लिए सैलरी लिमिट को क्षेत्रीय औसत से 20% अधिक तक बढ़ाया गया है। एक कंपनी में कितने लोगों को TFWP के जरिए हायर किया जाएगा, इसे लेकर भी लिमिट लगाई गई है।
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