पटना: अनुष्का यादव-तेज प्रताप के रिलेशनशिप और उसके खंडन को लेकर लालू परिवार में सियासी घमासान मचा है। तेज प्रताप का फेसबुक हैक वाला स्टंट काम नहीं आया। आखिरकार, लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बेदखल करने की घोषणा करनी पड़ी। इस मामले पर लालू यादव के सियासी वारिस और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का रिएक्शन आया। सिंगापुर में रहने वाली लालू यादव की दूसरी बेटी और छपरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकीं रोहिणी आचार्य का भी बयान आया। मगर, लालू यादव की पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का अब तक कोई स्टेटमेंट सामने नहीं आया है। वहीं, लालू यादव की बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र की सांसद मीसा भारती भी पूरे मामले पर खामोश हैं। लालू परिवार से इस समय कुल 6 लोग ऐक्टिव पॉलिटिक्स में हैं। जिसमें लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दोनों बेटे तेज प्रताप-तेजस्वी और दो बेटियां मीसा भारती-रोहिणी आचार्य शामिल हैं। अनुष्का-तेज प्रताप के रिलेशनशिप से शुरू हुआ मामलादरअसल, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के फेसबुक अकाउंट से शनिवार शाम को एक पोस्ट आया। इसमें लिखा था, 'मैं तेज प्रताप यादव और मेरे साथ इस तस्वीर में जो दिख रही हैं, उनका नाम अनुष्का यादव है। हम दोनों पिछले 12 सालों से एक दूसरे को जानते हैं और प्यार भी करते हैं। हमलोग पिछले 12 सालों से एक Relationship में रह रहे हैं। मैं बहुत दिनों से आपलोगों से यह बात कहना चाहता था, पर समझ नहीं आ रहा था कैसे कहूं। इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से अपने दिल का बात आप सब के बीच रख रहा हूं। आशा करता हूं आपलोग मेरी बातों समझेंगे।' इसके बाद मीडिया में ये खबर तैरने लगी। फिर देर रात तेज प्रताप यादव ने वायरल तस्वीर को झूठा बताया है। उन्होंने X पर लिखा है, 'उनके सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर लिया गया है। उनकी तस्वीरों को AI का इस्तेमाल करके गलत तरीके से एडिट किया जा रहा है। इससे उन्हें और उनके परिवार वालों को परेशान किया जा रहा है और बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने अपने शुभचिंतकों और फॉलोवर्स से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।' इसके बाद तरह-तरह के फोटो और वीडियो वायरल होने लगे। पिता लालू यादव ने तेज प्रताप को किया बेदखलआरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को 'गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार' के कारण 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। उनके साथ सभी पारिवारिक संबंध भी तोड़ दिए। लालू प्रसाद ने 'एक्स' पर कहा, 'निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना सामाजिक न्याय के लिए हमारे सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है।' इसके अलावा उन्होंने पार्टी और परिवार के लोगों को चेतावनी देते हुए लिखा, 'अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह (तेजप्रताप) स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है।' लालू यादव के स्टेटमेंट के बाद आया तेजस्वी का बयानलालू यादव के बयान आ जाने के बाद तेजस्वी यादव भी मीडिया के लिए उपलब्ध हो गए। उन्होंने कहा, 'हमें ये सब अच्छा नहीं लगता है, न हम इसे बर्दाश्त करते हैं। मेरे बड़े भाई की बात है, तो राजनीतिक और निजी जीवन अलग होता है। निजी जीवन के निर्णय लेने का उनका अधिकार है।' तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें ये सब अच्छा नहीं लगता है, न हम इसे बर्दाश्त करते हैं। हम बिहार की जनता के लिए काम कर रहे हैं, जनता के सुख-दुख में हम भाग ले रहे हैं, जनता के मुद्दे को उठा रहे है। हम नेता विरोधी दल हैं। जहां तक मेरे बड़े भाई की बात है, राजनीतिक और निजी जीवन अलग होता है। निजी जीवन के निर्णय लेने का उनका अधिकार है। राष्ट्रीय अध्यक्ष दल के नेता हैं, उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी भावनाएं स्पष्ट कर दी है। हम ऐसी चीजों को पसंद नहीं करते हैं। तेज प्रताप की बहन रोहिणी ने किया पिता का समर्थनउधर, लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी तेज प्रताप को पार्टी से निष्कासित करने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'जो परिवेश, परंपरा, परिवार और परवरिश की मर्यादा का ख्याल रखते हैं, उन पर कभी सवाल नहीं उठते हैं, जो अपना विवेक त्याग कर मर्यादित आचरण व परिवार की प्रतिष्ठा की सीमा को बारंबार लांघने की गलती, धृष्टता करते हैं, वो खुद को आलोचना का पात्र खुद ही बनाते हैं।' इसी पोस्ट में आगे रोहिणी ने लिखा, 'हमारे लिए पापा देवतुल्य हैं, परिवार हमारा मंदिर एवं गौरव और पापा के अथक प्रयासों-संघर्षों से खड़ी की गई पार्टी व सामाजिक न्याय की अवधारणा हमारी पूजा, इन तीनों की प्रतिष्ठा पर किसी की वजह से कोई आंच आए, ये हमें कदापि स्वीकार्य नहीं।'
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