नई दिल्ली: अमेरिका जाने वाली हवाई यात्रा अब सस्ती हो गई है। ऐसा कई सालों में पहली बार हुआ है। कई लोग इसे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों का असर बता रहे हैं। मुंबई से अमेरिका जाने वाली फ्लाइट्स के किराए में सबसे ज्यादा कमी आई है। अमेरिका में भारतीयों की अच्छी आबादीभारतीय अमेरिका में दूसरी सबसे बड़ी आप्रवासी आबादी हैं। न केवल बच्चे अपने माता-पिता से मिलने भारत आते हैं या माता-पिता अपने बच्चों से मिलने अमेरिका जाते हैं, बल्कि भारत से सबसे ज्यादा छात्र भी अमेरिका पढ़ाई के लिए जाते हैं। इस वजह से साल भर अमेरिका की फ्लाइट्स की डिमांड रहती है। पहले क्यों थे किराए महंगे?पिछले सालों में भारत और अमेरिका के बीच हवाई किराया ज्यादा था क्योंकि डिमांड ज्यादा थी और फ्लाइट्स कम थीं। लेकिन इस गर्मी में स्थिति बदली है। वैध वीजा वाले यात्रियों के लिए अब अमेरिका की यात्रा सस्ती हो गई है। अभी क्यों सस्ता हुआ किराया?पहले भारत से अमेरिका का हवाई किराया बहुत ज्यादा होता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। गर्मी की छुट्टियों में लोग घूमने जाते हैं, इसलिए हवाई किराए कम हो गए हैं। थॉमस कुक (इंडिया) और SOTC ट्रैवल के अध्यक्ष इंदिवर रस्तोगी ने बताया कि गर्मी का मौसम भारतीय यात्रियों के लिए छुट्टियों का पीक सीजन है। इस दौरान स्कूल बंद रहते हैं और परिवार, जिसमें कई पीढ़ियां शामिल होती हैं, अमेरिका जैसे लंबी दूरी के स्थानों पर जाते हैं।उन्होंने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि हम अप्रैल-जून 2025 की अवधि के दौरान दिल्ली और मुंबई से अमेरिका के प्रमुख शहरों के लिए हवाई किराए में गिरावट देख रहे हैं। पिछले साल की तुलना में औसत किराए में 5-8% की गिरावट आई है। लाखों में होता था किरायाउदाहरण के लिए जनवरी-फरवरी 2025 में बुकिंग के आधार पर सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क, और लॉस एंजिल्स के लिए औसत किराया 1.15 लाख रुपये था, जो 2024 में 1.20-1.25 लाख रुपये था। बोस्टन, ऑरलैंडो, और मिशिगन के लिए किराया 1.35 लाख रुपये था, जो पिछले साल 1.40-1.45 लाख रुपये था।लेकिन अगर आप इस महीने यात्रा करना चाहते हैं, तो मिडिल ईस्टर्न एयरपोर्ट्स पर सुविधाजनक ट्रांजिट समय वाली फ्लाइट्स का रिटर्न किराया लगभग 1 लाख रुपये है। ये अनुमान साल के पहले दो महीनों में हुई बुकिंग पर आधारित हैं। लेकिन हाल ही में किराए में और भी गिरावट आई है। क्या कह रहे एक्सपर्ट्स?एक एयरलाइन के अधिकारी ने कहा, 'पिछले कुछ सालों में अमेरिका जाने के लिए हवाई किराए पूरे साल बहुत ज्यादा रहे हैं। कोविड महामारी के बाद, जब भारत ने मार्च 2022 में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अपनी सीमाएं खोलीं, तो यूएस जाने वाले यात्रियों के लिए ज्यादा खुशी नहीं थी। क्योंकि उस साल की शुरुआत में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने एयरलाइंस और यात्रियों के लिए नई समस्याएं खड़ी कर दीं। रूसी हवाई क्षेत्र से बचने का मतलब था कि लंबा रास्ता तय करना। यूएस की एयरलाइंस ने मुंबई और दिल्ली से यूएस के लिए अपनी कुछ उड़ानें बंद कर दीं।' उन्होंने कहा कि कुछ उड़ानें बाद के वर्षों में फिर से शुरू हो गईं, लेकिन सीधी उड़ानों की संख्या अभी भी बहुत कम है।कुल मिलाकर अमेरिका जाना अब थोड़ा आसान और किफायती हो गया है। ये उन लोगों के लिए अच्छी खबर है जो अपने परिवार से मिलने या पढ़ाई करने अमेरिका जाना चाहते हैं। हवाई किराए में कमी आने के कई कारण हैं। एक तो यह कि अमेरिका की सरकार ने वीजा नियमों को आसान बना दिया है। दूसरा, एयरलाइंस ने भी अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ा दी है। इससे यात्रियों को ज्यादा विकल्प मिल रहे हैं और किराए कम हो रहे हैं।
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