MBBS Abroad Advisory: विदेश जाकर MBBS करने वाले छात्रों के लिए जरूरी खबर है। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें छात्रों को बताया गया है कि उन्हें विदेश जाकर किस मेडिकल यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं लेना है। छात्रों से साफ तौर पर कहा गया है कि अगर वे एडवाइजरी का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें भारत में प्रैक्टिस की इजाजत नहीं मिलेगी। NMC की तरफ से चार ऐसे मेडिकल कॉलेजों के नाम बताए गए हैं, जहां MBBS के लिए एडमिशन नहीं लेना है।
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न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, NMC ने सेंट्रल अमेरिका के तीन और उज्बेकिस्तान के एक मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के खिलाफ सख्त सलाह दी है। ऐसा नहीं करने वालों को भारत में मेडिकल रजिस्ट्रेशन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा, जिसके बाद वे देश में प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे। ये चेतावनी मेक्सिको स्थित भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय के यूरेशिया डिवीजन द्वारा इन संस्थानों के भारतीय स्टैंडर्ड को पूरा न करने संबंधी गंभीर चिंताएं जताने के बाद जारी की हुई है।
किन यूनिवर्सिटी में नहीं लेना है एडमिशन?
एनएमसी ने बेलीज के सेंट्रल अमेरिकन हेल्थ एंड साइंसेज यूनिवर्सिटी, कोलंबस सेंट्रल यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज और उज्बेकिस्तान के ताशकंद स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी की चिरचिक ब्रांच में एडमिशन लेने से मना किया है। NMC ने छात्रों को कहा है कि वे FMGL (फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट लाइसेंस) रेगुलेशन 2021 का सख्ती से पालन करें। इसमें विदेश में पढ़ाई के दौरान कोर्स की अवधि, पढ़ाई का मीडियम, क्लिनिकल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप को लेकर बनाए गए नियम शामिल हैं।
अंडर-ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (UGMEB) के डायरेक्टर सुख लाल मीणा द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है, "यह भी सलाह दी जाती है कि किसी भी विदेशी मेडिकल संस्थान या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स NMC की वेबसाइट पर 19 मई 2025 की तारीख वाली अलर्ट/सलाह को ध्यान से पढ़ें। सलाह में मान्यता प्राप्त संस्थानों, एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया और अन्य जरूरी दिशानिर्देशों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है।" कुल मिलाकर अगर आपको विदेश में MBBS करना है, तो फिलहाल इन चारों संस्थानों में एडमिशन लेने से बचना होगा।
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न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, NMC ने सेंट्रल अमेरिका के तीन और उज्बेकिस्तान के एक मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के खिलाफ सख्त सलाह दी है। ऐसा नहीं करने वालों को भारत में मेडिकल रजिस्ट्रेशन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा, जिसके बाद वे देश में प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे। ये चेतावनी मेक्सिको स्थित भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय के यूरेशिया डिवीजन द्वारा इन संस्थानों के भारतीय स्टैंडर्ड को पूरा न करने संबंधी गंभीर चिंताएं जताने के बाद जारी की हुई है।
किन यूनिवर्सिटी में नहीं लेना है एडमिशन?
एनएमसी ने बेलीज के सेंट्रल अमेरिकन हेल्थ एंड साइंसेज यूनिवर्सिटी, कोलंबस सेंट्रल यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज और उज्बेकिस्तान के ताशकंद स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी की चिरचिक ब्रांच में एडमिशन लेने से मना किया है। NMC ने छात्रों को कहा है कि वे FMGL (फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट लाइसेंस) रेगुलेशन 2021 का सख्ती से पालन करें। इसमें विदेश में पढ़ाई के दौरान कोर्स की अवधि, पढ़ाई का मीडियम, क्लिनिकल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप को लेकर बनाए गए नियम शामिल हैं।
अंडर-ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (UGMEB) के डायरेक्टर सुख लाल मीणा द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है, "यह भी सलाह दी जाती है कि किसी भी विदेशी मेडिकल संस्थान या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स NMC की वेबसाइट पर 19 मई 2025 की तारीख वाली अलर्ट/सलाह को ध्यान से पढ़ें। सलाह में मान्यता प्राप्त संस्थानों, एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया और अन्य जरूरी दिशानिर्देशों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है।" कुल मिलाकर अगर आपको विदेश में MBBS करना है, तो फिलहाल इन चारों संस्थानों में एडमिशन लेने से बचना होगा।
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