नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने सिक्किम में एक नई रेल लाइन बिछाने के लिए 8.48 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। यह पैसा मेलि-डेंटम (Melli-Dentam) रेल लाइन प्रोजेक्ट के फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) के लिए दिया गया है। इससे राज्य के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में रेल कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
रेल मंत्रालय ने 24 अक्टूबर को नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे को एक चिट्ठी भेजकर इस फंड की जानकारी दी। इससे पहले, सिक्किम के लोकसभा सांसद इंद्र हंग सुब्बा ने 25 जुलाई को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। उन्होंने मेलि-डेंटम रेल प्रोजेक्ट के काम में तेजी लाने का आग्रह किया था। सांसद ने कहा था कि FLS का काम जल्दी पूरा हो, डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो और प्रोजेक्ट पर जल्द काम शुरू हो।
कितनी जरूरी है यह नई लाइन?यह नई रेल लाइन सिक्किम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे वहां के लोगों को आने-जाने में आसानी होगी। सामान लाने-ले जाने में भी सुविधा होगी। पर्यटन बढ़ेगा तो लोगों को रोजगार भी मिलेगा। देश की सुरक्षा के लिहाज से भी यह प्रोजेक्ट अहम है। सिक्किम राज्य चीन, भूटान और नेपाल की सीमा से सटा है। भारत को सबसे ज्यादा खतरा चीन की तरफ से रहता है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से भारतीय ट्रेन चीन के बेहद करीब आ जाएगी।
अब हफ्ते में 3 बार चलेगी यह ट्रेनरेल मंत्रालय ने देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15019/15020) की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का भी फैसला किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक चिट्ठी में बताया कि देहरादून-टनकपुर वीकली एक्सप्रेस अब हफ्ते में एक बार की बजाय तीन बार चलेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस फैसले को उत्तराखंड के लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा बताया है। उन्होंने कहा कि इससे देहरादून और कुमाऊं क्षेत्र के बीच सफर करने वाले यात्रियों को ज्यादा सुविधा मिलेगी और वे आसानी से रेल यात्रा कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इससे गढ़वाल और कुमाऊं के बीच कनेक्टिविटी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, राज्य में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियां भी तेज होंगी।
रेल मंत्रालय ने 24 अक्टूबर को नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे को एक चिट्ठी भेजकर इस फंड की जानकारी दी। इससे पहले, सिक्किम के लोकसभा सांसद इंद्र हंग सुब्बा ने 25 जुलाई को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। उन्होंने मेलि-डेंटम रेल प्रोजेक्ट के काम में तेजी लाने का आग्रह किया था। सांसद ने कहा था कि FLS का काम जल्दी पूरा हो, डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो और प्रोजेक्ट पर जल्द काम शुरू हो।
कितनी जरूरी है यह नई लाइन?यह नई रेल लाइन सिक्किम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे वहां के लोगों को आने-जाने में आसानी होगी। सामान लाने-ले जाने में भी सुविधा होगी। पर्यटन बढ़ेगा तो लोगों को रोजगार भी मिलेगा। देश की सुरक्षा के लिहाज से भी यह प्रोजेक्ट अहम है। सिक्किम राज्य चीन, भूटान और नेपाल की सीमा से सटा है। भारत को सबसे ज्यादा खतरा चीन की तरफ से रहता है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से भारतीय ट्रेन चीन के बेहद करीब आ जाएगी।
अब हफ्ते में 3 बार चलेगी यह ट्रेनरेल मंत्रालय ने देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15019/15020) की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का भी फैसला किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक चिट्ठी में बताया कि देहरादून-टनकपुर वीकली एक्सप्रेस अब हफ्ते में एक बार की बजाय तीन बार चलेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस फैसले को उत्तराखंड के लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा बताया है। उन्होंने कहा कि इससे देहरादून और कुमाऊं क्षेत्र के बीच सफर करने वाले यात्रियों को ज्यादा सुविधा मिलेगी और वे आसानी से रेल यात्रा कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इससे गढ़वाल और कुमाऊं के बीच कनेक्टिविटी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, राज्य में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियां भी तेज होंगी।
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