नई दिल्ली: सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, जिससे त्योहारी सीजन से ठीक पहले बाजार और ग्राहक दोनों हैरान हैं। इस स्थिति में, लोग अब हल्के वजन के गहनों को तरजीह दे रहे हैं और खरीदारी को आगे बढ़ा रहे हैं। तनिष्क के सीनियर VP अरुण नारायण के अनुसार, लगातार बढ़ रहे दामों के कारण जो लोग श्राद्ध या दाम घटने का इंतजार कर रहे थे, उन्होंने अब खरीदारी शुरू कर दी है। वहीं, जिनकी शादियां आगे होनी हैं, वे भी भाव और बढ़ने के डर से अभी खरीद रहे हैं। सोने के बढ़ते दामों के बावजूद, मांग मजबूत बनी हुई है। यह 'पेंट-अप डिमांड' और 'बाइंग प्री-पोन' होने का नतीजा है। बाजार के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है, और धनतेरस पर बिक्री का पूरा अंदाजा लग जाएगा, क्योंकि पूरे त्योहारी सीजन की बिक्री इसी पर निर्भर करती है।
अरुण नारायण ने बताया कि ग्राहकों की पसंद में बदलाव आया है। अब वे हल्के वजन के गहनों (light weight jewelry) को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। तनिष्क ने भी रोजमर्रा के इस्तेमाल और शादी के गहनों में 18 कैरेट में हल्के वजन के विकल्प पेश किए हैं। इसके अलावा, मल्टी-परपज जूलरी भी उपलब्ध है, जिसे अलग-अलग तरीकों से पहना जा सकता है। ये गहने दिखने में भारी लगते हैं, लेकिन इन्हें कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।
बाजार विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि धनतेरस और दिवाली से पहले निवेशकों का रुझान सकारात्मक है। त्योहारी और शादी-ब्याह से जुड़ी मांग से बिक्री को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। निवेश के नजरिए से, सोने के दाम में कोई भी गिरावट खरीदारी का एक अच्छा मौका साबित हो सकती है।
भारतीय परिवारों के पास अनुमानित 25,000 टन सोना है। देश में सालाना 750 से 800 टन सोने का आयात होता है। अरुण नारायण का कहना है कि अगर घरों में रखे सोने को ही दोबारा इस्तेमाल (रिसाइकल) किया जाए, तो आयात की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि तनिष्क ने एक पब्लिक सर्विस मेसेज भी जारी किया है, जिसमें लोगों से नया सोना खरीदने के बजाय ज्यादा से ज्यादा गोल्ड रिसाइकल करने की अपील की गई है। सचिन तेंदुलकर के साथ 'मृगांका' कलेक्शन लॉन्च करते हुए गोल्ड एक्सचेंज स्कीम के जरिए यह संदेश दिया गया है।
मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के चेयरमैन एम पी अहमद ने बताया कि एडवांस बुकिंग की सुविधा से ग्राहक सोने के भाव में उतार-चढ़ाव के असर से बच सकते हैं। उन्हें बुक किए गए रेट या मार्केट रेट, जो भी कम हो, उस पर सोना खरीदने का मौका मिलेगा। कंपनी इस सुविधा को बढ़ावा देने के लिए ऑफर और मेकिंग चार्ज पर डिस्काउंट जैसे प्रयास कर रही है।
तनिष्क के अरुण नारायण ने यह भी बताया कि वे 9 कैरेट से लेकर 24 कैरेट तक, किसी भी शुद्धता का सोना स्टोर पर ले रहे हैं। हर स्टोर में एक कैरेट मीटर है, जिससे सोने की शुद्धता की सही जांच की जा सकती है। साथ ही, हर स्टोर में एक कारीगर भी मौजूद है, जो ग्राहक के सामने ही सोने को पिघलाकर उसकी असली शुद्धता बता सकता है। इससे ग्राहकों को यह फायदा होता है कि वे अपना पुराना सोना एक्सचेंज करके लेटेस्ट कलेक्शन खरीद सकते हैं और हॉलमार्क वाला सोना प्राप्त कर सकते हैं।
सोने के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच, ग्राहकों की खरीदारी की आदतें बदल रही हैं। जहां पहले लोग ज्यादा वजन के गहनों को पसंद करते थे, वहीं अब हल्के और मल्टी-पर्पज गहनों की मांग बढ़ गई है। यह बदलाव सोने की बढ़ती कीमतों और ग्राहकों की समझदारी का नतीजा है। त्योहारी सीजन में सोने की बिक्री पर सबकी नजरें टिकी हैं, और उम्मीद है कि यह सीजन बाजार के लिए अच्छा साबित होगा। गोल्ड एक्सचेंज और रिसाइक्लिंग जैसी पहलें न केवल ग्राहकों को फायदा पहुंचा रही हैं, बल्कि देश की आयात निर्भरता को कम करने में भी मदद कर सकती हैं।
अरुण नारायण ने बताया कि ग्राहकों की पसंद में बदलाव आया है। अब वे हल्के वजन के गहनों (light weight jewelry) को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। तनिष्क ने भी रोजमर्रा के इस्तेमाल और शादी के गहनों में 18 कैरेट में हल्के वजन के विकल्प पेश किए हैं। इसके अलावा, मल्टी-परपज जूलरी भी उपलब्ध है, जिसे अलग-अलग तरीकों से पहना जा सकता है। ये गहने दिखने में भारी लगते हैं, लेकिन इन्हें कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।
बाजार विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि धनतेरस और दिवाली से पहले निवेशकों का रुझान सकारात्मक है। त्योहारी और शादी-ब्याह से जुड़ी मांग से बिक्री को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। निवेश के नजरिए से, सोने के दाम में कोई भी गिरावट खरीदारी का एक अच्छा मौका साबित हो सकती है।
भारतीय परिवारों के पास अनुमानित 25,000 टन सोना है। देश में सालाना 750 से 800 टन सोने का आयात होता है। अरुण नारायण का कहना है कि अगर घरों में रखे सोने को ही दोबारा इस्तेमाल (रिसाइकल) किया जाए, तो आयात की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि तनिष्क ने एक पब्लिक सर्विस मेसेज भी जारी किया है, जिसमें लोगों से नया सोना खरीदने के बजाय ज्यादा से ज्यादा गोल्ड रिसाइकल करने की अपील की गई है। सचिन तेंदुलकर के साथ 'मृगांका' कलेक्शन लॉन्च करते हुए गोल्ड एक्सचेंज स्कीम के जरिए यह संदेश दिया गया है।
मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के चेयरमैन एम पी अहमद ने बताया कि एडवांस बुकिंग की सुविधा से ग्राहक सोने के भाव में उतार-चढ़ाव के असर से बच सकते हैं। उन्हें बुक किए गए रेट या मार्केट रेट, जो भी कम हो, उस पर सोना खरीदने का मौका मिलेगा। कंपनी इस सुविधा को बढ़ावा देने के लिए ऑफर और मेकिंग चार्ज पर डिस्काउंट जैसे प्रयास कर रही है।
तनिष्क के अरुण नारायण ने यह भी बताया कि वे 9 कैरेट से लेकर 24 कैरेट तक, किसी भी शुद्धता का सोना स्टोर पर ले रहे हैं। हर स्टोर में एक कैरेट मीटर है, जिससे सोने की शुद्धता की सही जांच की जा सकती है। साथ ही, हर स्टोर में एक कारीगर भी मौजूद है, जो ग्राहक के सामने ही सोने को पिघलाकर उसकी असली शुद्धता बता सकता है। इससे ग्राहकों को यह फायदा होता है कि वे अपना पुराना सोना एक्सचेंज करके लेटेस्ट कलेक्शन खरीद सकते हैं और हॉलमार्क वाला सोना प्राप्त कर सकते हैं।
सोने के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच, ग्राहकों की खरीदारी की आदतें बदल रही हैं। जहां पहले लोग ज्यादा वजन के गहनों को पसंद करते थे, वहीं अब हल्के और मल्टी-पर्पज गहनों की मांग बढ़ गई है। यह बदलाव सोने की बढ़ती कीमतों और ग्राहकों की समझदारी का नतीजा है। त्योहारी सीजन में सोने की बिक्री पर सबकी नजरें टिकी हैं, और उम्मीद है कि यह सीजन बाजार के लिए अच्छा साबित होगा। गोल्ड एक्सचेंज और रिसाइक्लिंग जैसी पहलें न केवल ग्राहकों को फायदा पहुंचा रही हैं, बल्कि देश की आयात निर्भरता को कम करने में भी मदद कर सकती हैं।
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