नई दिल्ली: सीनियर सिटिजंस की लंबी भागदौड़ व संघर्ष के बाद DDA ने 2015 में रोहताश नगर में चार मंजिला मल्टीपर्पज कम्युनिटी सेंटर का निर्माण तो कर दिया, लेकिन इसमें किसी प्रकार की कोई सुविधा आज तक नहीं दी है। ईस्ट ऑफ लोनी रोड MIG फ्लैट के पास बने इस कम्युनिटी सेंटर के सभी हॉल खाली पड़े हुए है। सीनियर सिटीजन की गतिविधियों के लिए बने हॉल का भी इस्तेमाल करने नहीं दिया जा रहा है।
कम्युनिटी सेंटर बनाने की थी मांग
करीब 15 साल पहले सीनियर सिटिजन असेंबली नामक संगठन ने DDA से रोहताश नगर क्षेत्र में मल्टीपर्पज कम्युनिटी सेंटर बनाने की मांग की थी। इसके लिए कई बैठकें की गई। 2010 में दिल्ली लोक शिकायत आयोग में मामला भी दायर किया गया था। आयोग ने पहली सुनवाई में ही सीनियर सिटिजन के कल्याण के लिए चिकित्सा व अन्य सुविधाएं बहाल करने का निर्देश दिया था।
शुरू होनी थी चार डिस्पेंसरी
इसी के तहत DDA ने 2014 में योजना तैयार करके यहां कम्युनिटी सेंटर बनाने का काम शुरू कर दिया था। सीनियर सिटिजन असेंबली के पदाधिकारी विनोद कुमार गुप्ता में बताया कि योजना के तहत एलोपैथी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति की चार डिस्पेंसरी शुरू होनी थी। जिम के लिए भी एक हॉल बनकर तैयार है। सीनियर सिटिजन की गतिविधियों के लिए भी जगह दी गई है।
इस जगह पर बना है छोटा ऑडिटोरियम
इसके अलावा पहली मंजिल में शादी, विवाह फंक्शन आदि के लिए एक छोटा ऑडिटोरियम भी बना है। 2015 में सेंटर की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई, लेकिन उसका उद्घाटन 6 साल बाद 2021 में हुआ था। सीनियर सिटिजन सोचने लगे कि अब पूरे समाज को मेडिकल व अन्य सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी, लेकिन उनका सपना आज तक पूरा नहीं हुआ है। इस दौरान उन 4 सीनियर सिटिजन की मौत भी हो गई जिनकी इस योजना को बनवाने में विशेष भूमिका थी।
कम्युनिटी सेंटर बनाने की थी मांग
करीब 15 साल पहले सीनियर सिटिजन असेंबली नामक संगठन ने DDA से रोहताश नगर क्षेत्र में मल्टीपर्पज कम्युनिटी सेंटर बनाने की मांग की थी। इसके लिए कई बैठकें की गई। 2010 में दिल्ली लोक शिकायत आयोग में मामला भी दायर किया गया था। आयोग ने पहली सुनवाई में ही सीनियर सिटिजन के कल्याण के लिए चिकित्सा व अन्य सुविधाएं बहाल करने का निर्देश दिया था।
शुरू होनी थी चार डिस्पेंसरी
इसी के तहत DDA ने 2014 में योजना तैयार करके यहां कम्युनिटी सेंटर बनाने का काम शुरू कर दिया था। सीनियर सिटिजन असेंबली के पदाधिकारी विनोद कुमार गुप्ता में बताया कि योजना के तहत एलोपैथी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति की चार डिस्पेंसरी शुरू होनी थी। जिम के लिए भी एक हॉल बनकर तैयार है। सीनियर सिटिजन की गतिविधियों के लिए भी जगह दी गई है।
इस जगह पर बना है छोटा ऑडिटोरियम
इसके अलावा पहली मंजिल में शादी, विवाह फंक्शन आदि के लिए एक छोटा ऑडिटोरियम भी बना है। 2015 में सेंटर की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई, लेकिन उसका उद्घाटन 6 साल बाद 2021 में हुआ था। सीनियर सिटिजन सोचने लगे कि अब पूरे समाज को मेडिकल व अन्य सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी, लेकिन उनका सपना आज तक पूरा नहीं हुआ है। इस दौरान उन 4 सीनियर सिटिजन की मौत भी हो गई जिनकी इस योजना को बनवाने में विशेष भूमिका थी।
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