किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालने, पानी का संतुलन बनाए रखने और रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम करती है। लेकिन आज की बदलती जीवनशैली, तनाव और गलत खानपान के कारण किडनी संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। खास बात यह है कि किडनी की समस्या शुरू में गंभीर नहीं दिखती, लेकिन यूरिन में बदलाव इसके शुरुआती संकेत हो सकते हैं। यदि इन संकेतों को नजरअंदाज किया गया तो बाद में किडनी फेल्योर जैसी गंभीर स्थिति भी आ सकती है।
यूरिन में कौन-कौन से बदलाव बताते हैं किडनी रोग?
रंग में बदलाव: सामान्य रूप से यूरिन का रंग हल्का पीला होता है। लेकिन किडनी समस्या होने पर यूरिन का रंग बहुत गाढ़ा या बहुत फीका हो सकता है। कभी-कभी यूरिन लाल या गुलाबी भी दिखाई दे सकता है, जो खून आने का संकेत हो सकता है।
बार-बार पेशाब आना: अगर दिन या रात में बार-बार पेशाब आने लगे, खासकर अगर पेशाब की मात्रा कम हो, तो यह किडनी के खराब होने का संकेत हो सकता है।
फोमदार पेशाब: यूरिन में ज्यादा झाग या फोम बनना प्रोटीन की मौजूदगी का सूचक होता है, जो किडनी की खराबी की निशानी हो सकती है।
दुर्गंध: यूरिन में तेज और बदबूदार गंध भी किडनी संक्रमण या अन्य समस्या की ओर इशारा करता है।
दर्द या जलन: पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होना, किडनी या मूत्र मार्ग में संक्रमण का लक्षण हो सकता है।
किडनी रोग को इग्नोर करना क्यों खतरनाक है?
किडनी की बीमारी के शुरुआती लक्षणों को अनदेखा करना बेहद जोखिम भरा साबित हो सकता है। इससे न केवल किडनी की कार्यक्षमता कम होती है, बल्कि टॉक्सिन्स शरीर में जमा हो जाते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, एनिमिया और अन्य गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं। अंत में किडनी फेल्योर की स्थिति में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट तक की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए समय रहते किडनी की जांच और इलाज बेहद जरूरी है।
बचाव के आसान उपाय
पर्याप्त पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखें ताकि किडनी ठीक से काम कर सके और विषाक्त पदार्थ बाहर निकलें।
स्वस्थ आहार लें: ज्यादा नमक, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड से बचें। फल, सब्जियां और फाइबर युक्त आहार को प्राथमिकता दें।
नियमित व्यायाम करें: एक्सरसाइज ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है, जो किडनी की रक्षा करती है।
सिगरेट और शराब से परहेज: ये दोनों किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं।
नियमित स्वास्थ्य जांच: खासकर अगर परिवार में किडनी की बीमारी हो तो नियमित ब्लड प्रेशर, शुगर और किडनी फंक्शन टेस्ट कराएं।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
यदि यूरिन में बार-बार कोई असामान्यता दिखे, जैसे रंग, गंध या पेशाब में दर्द, तो तुरंत नेफ्रोलॉजिस्ट से मिलें। शुरुआती जांच और सही इलाज से किडनी को बचाया जा सकता है।
यह भी पढ़ें:
राम के नाम वाला यह फल बना सेहत का वरदान, कई रोगों में कारगर साबित
You may also like
बुढ़ापा रहेगा दूर कोसों` दूर चेहरे पर चमक और शरीर में ताकत के लिए रात में करें इसका सेवन
जिन महिलाओ के ये` 5 अंग होते है बड़े वो होती है भाग्यशाली
कंप्यूटर जैसी है बच्ची` की मेमोरी आधे मिनट में बोल दिए यूपी के 75 जिलों के नाम देखें Video
बाथरूम में बहू को` टुकुर-टुकुर निहारता था, फिर एक दिन… ससुर की घिनौनी करतूत का भंडाफोड़
किस्मत ने छिन लिए` दोनों पैर फिर भी नहीं मानी हार उठाई व्हीलचेयर और निकल पड़ी लोगों का पेट भरने