बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर पिछले कई दिनों से सियासी गर्मी बढ़ी हुई है। चुनाव से ठीक पहले इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में खटपट उभरकर सामने आने लगा है। राज्य में लगातार हत्याओं को लेकर एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को जब कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए, तो एनडीए के दूसरे सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने 'गुड़ खाए, गुड़अम्मे से परहेज' कहावत के जरिये तंज कस दिया।
दरअसल, विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार को लगातार कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इस बीच एनडीए में शामिल और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर लिखा, "बिहारी अब और कितनी हत्याओं की भेंट चढ़ेंगे? समझ से परे है कि बिहार पुलिस की जिम्मेदारी क्या है?" चिराग इससे पहले भी बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार को नसीहत दे चुके हैं। केंद्रीय मंत्री चिराग के इस बयान को लेकर प्रदेश में कई तरह की चर्चा होने लगी है।
इस बीच, एनडीए के अन्य सहयोगी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख तथा केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक्स पर पोस्ट के जरिए ही चिराग पासवान पर तंज कसा है। मांझी ने एक्स पर लिखा, "अपराध करवाएं आरजेडी वाले, तोहमत लगे सरकार पर, वाह रे गठबंधन धर्म। हमारे यहां एक कहावत है, 'गुड़ खाते हैं, गुड़अम्मे से परहेज,' यह ठीक नहीं।" उन्होंने आगे लिखा, "वैसे एक बात बताऊं, अब बिहार के मुख्यमंत्री निवास में माफियाओं की खातिरदारी नहीं होती बल्कि उन माफियाओं को ठोक दिया जाता है। लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाने वालों को यह बात समझनी चाहिए।"
एनडीए के घटक दलों के बीच इस प्रकार की बयानबाजी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी शनिवार को कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए एक्स पर लिखा, "पटना में व्यवसायी विक्रम झा की गोली मारकर हत्या। डीके टैक्स तबादला उद्योग प्रदेश की अराजक स्थिति का मुख्य कारण। अचेत मुख्यमंत्री क्यों हैं मौन? प्रतिदिन हो रही सैंकड़ों हत्याओं का दोषी कौन? भ्रष्ट भूंजा पार्टी जवाब दे।"
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