लाइव हिंदी खबर :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत बहुत जल्द माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। उन्होंने इसे अपनी “व्यक्तिगत गारंटी” बताया। नई दिल्ली में आयोजित NDTV वर्ल्ड समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने दशकों से देश के विकास में बाधा डालने वाले माओवादी आतंक की कड़ी निंदा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि माओवादी हिंसा ने गरीब किसानों, ग्रामीणों और आदिवासियों की पीढ़ियों को तबाह किया है। उन्होंने बताया कि पहले 125 जिले माओवाद से प्रभावित थे, लेकिन अब सिर्फ 11 जिले ऐसे हैं जहां इसका असर बचा है। इनमें भी केवल तीन जिले अत्यधिक संवेदनशील श्रेणी में आते हैं। मोदी ने कहा कि माओवादी आतंक हमारे युवाओं के साथ अन्याय है, यह उनके भविष्य के खिलाफ पाप है।” उन्होंने उन माताओं के दर्द का ज़िक्र किया जिनके बेटे इस हिंसा में मारे गए।
प्रधानमंत्री ने खुलासा किया कि पिछले 72 घंटों में 303 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें कई पर 1 करोड़ रुपये तक का इनाम था। उन्होंने कहा, “ये सामान्य नक्सली नहीं थे, ये अब संविधान को अपनाने के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी ने शहरी नक्सलियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने अतीत में माओवादी अत्याचारों को छिपाने की कोशिश की और संविधान की आड़ में उन्हें समर्थन दिया।
उन्होंने बताया कि अब बस्तर जैसे इलाकों में जहां कभी माओवाद का डर था, वहां आज बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन हो रहे हैं। लोग संस्कृति और खेल के ज़रिए विकास की राह पर लौट रहे हैं। मोदी ने कहा कि इस बार की दिवाली उन इलाकों में अलग होगी जो कभी माओवादी आतंक से कांपते थे। अब वहां भय नहीं, उत्सव होगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिस दिन भारत माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त होगा, वह दिन अब दूर नहीं है।
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