पाकिस्तान से बात सिर्फ PoK पर होनी चाहिए: अभिषेक बनर्जी
अभिषेक बनर्जी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “अगर केंद्र सरकार पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत करती है, तो यह सुनिश्चित किया जाए कि बातचीत सिर्फ और सिर्फ PoK को पुनः हासिल करने के संदर्भ में हो। अन्यथा ऐसी बातचीत का कोई मतलब नहीं।”
राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है
राष्ट्रीय हितों की बात करते हुए टीएमसी सांसद ने कहा, “मेरे और सत्तारूढ़ दल के बीच राजनीतिक मतभेद जरूर हो सकते हैं, लेकिन जब बात देश की अखंडता और संप्रभुता की होती है, तो मैं भारत के साथ खड़ा हूं। मैं यहां भारत का प्रतिनिधित्व करने आया हूं, न कि किसी पार्टी का। मैं राष्ट्रीय हितों को अपनी राजनीति के आड़े नहीं आने दूंगा।”
प्रतिनिधिमंडल की मलेशिया यात्रा और इंडोनेशिया से जुड़ी पृष्ठभूमि
इससे पहले, राज्यसभा सांसद और जनता दल यूनाइटेड (JDU) नेता संजय कुमार झा की अगुवाई में भारतीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया के दौरे पर था। वहां एक प्रमुख इस्लामी संगठन के अध्यक्ष ने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन करते हुए शांति और विकास में साझेदारी की बात कही थी। अब यह प्रतिनिधिमंडल मलेशिया पहुंचा है, जहां उन्होंने कई मंत्रियों और सांसदों से मुलाकात की। भारतीय दूतावास ने उनके स्वागत की तस्वीरें X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की हैं। इस यात्रा का उद्देश्य दुनियाभर में यह संदेश देना है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है और वह ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगा जो देश की एकता को चोट पहुंचाए।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल हैं?
इस प्रतिनिधिमंडल में संजय कुमार झा (JDU) के साथ अपराजिता सारंगी (BJP), अभिषेक बनर्जी (TMC), बृज लाल (BJP), जॉन ब्रिटास (CPI-M), प्रदान बरुआ (BJP), हेमांग जोशी (BJP), पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और पूर्व राजदूत मोहन कुमार जैसे कई प्रमुख नेता शामिल हैं। इनकी यह विदेश यात्रा 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद तय की गई थी, ताकि भारत का कड़ा रुख वैश्विक मंच पर स्पष्ट किया जा सके।