New Delhi, 15 जुलाई . ‘युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता’ के पुरस्कारों की घोषणा के लिए राष्ट्रीय राजधानी स्थित ‘साहित्य अमृत’ कार्यालय में निर्णायक मंडल की बैठक संपन्न हुई.
इस बैठक में निर्णायक मंडल के सदस्य सच्चिदानंद जोशी, राजकुमार गौतम एवं अलका सिन्हा तथा पत्रिका के संपादक लक्ष्मीशंकर वाजपेयी एवं संयुक्त संपादक डॉ. हेमंत कुकरेती ने भाग लिया.
पत्रिका प्रकाशन के तीस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने के लिए 40 वर्ष तक के युवा हिंदी कहानीकारों से ‘युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता’ के लिए न्यूनतम 1,000 शब्दों की मौलिक, अप्रकाशित या टंकित कहानियां आमंत्रित की गई थीं.
इससे पूर्व ‘युवा कहानी प्रतियोगिता’ पहली बार वर्ष 2015 में आयोजित की गई थीं.
इस वर्ष भारत भर से प्राप्त 400 से अधिक प्रविष्टियों में से हरदा (मध्य प्रदेश) के सागर करोड़े की कहानी ‘जमीन और आसमान’ को 31,000 रुपए का प्रथम पुरस्कार, जालोर (राजस्थान) के खुशाल सिंह की कहानी ‘चिड़िया’ को 21,000 रुपए का द्वितीय पुरस्कार, पाली (राजस्थान) के विनोद कुमार दवे की कहानी ‘जीमण’ को 11,000 रुपए का तृतीय पुरस्कार तथा वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के शिवम सिंह की कहानी ‘सहजोग’, चुरू (राजस्थान) की सुमन पारीख की कहानी ‘बुली की मुहब्बत’, दिल्ली के वैभव पी. सुमित्रा की कहानी ‘नया संकल्प’, मधुबनी (बिहार) के रवि कुमार झा की कहानी ‘केवलपुर का सूरज’ एवं कामासंद्रा (बेंगलुरु) के ऐश्वर्य मिश्रा की कहानी ‘झेलम’ को 5,100 रुपए के प्रोत्साहन पुरस्कार देने की घोषणा की गई.
पुरस्कार वितरण समारोह अगले महीने अगस्त में आयोजित किया जाएगा. पुरस्कृत कहानियां तथा कुछ अन्य श्रेष्ठ चयनित कहानियां ‘साहित्य अमृत’ के अगस्त में 31वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर ‘कहानी विशेषांक’ में प्रकाशित की जाएंगी.
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एबीएम/
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