New Delhi, 19 अगस्त . श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान शिवसेना सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर और महाराष्ट्र के ऐतिहासिक किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद कहा.
शिवसेना प्रतिनिधिमंडल में सांसद श्रीकांत शिंदे, नरेश म्हस्के, श्रीरंग बारणे, धैर्यशील माने, रवींद्र वायकर, मिलिंद देवड़ा, प्रतापराव जाधव समेत अन्य प्रमुख नेता शामिल थे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री का मराठा शैली में अभिनंदन किया गया. उन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा भेंट की गई और मराठा पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज मेरे आदर्श हैं. जब मैंने Lok Sabha चुनाव लड़ा और प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हुआ, तो सबसे पहले रायगढ़ जाकर शिवाजी महाराज के दर्शन किए, उनकी पूजा की और उसके बाद ही यह दायित्व संभाला.”
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद शिवसेना सांसदों ने कहा कि पेरिस में आयोजित यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 47वें सत्र में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया, जिसमें 20 में से 18 देशों ने भारत के प्रस्ताव का समर्थन किया. इसके फलस्वरूप छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित 12 किलों को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया. इनमें महाराष्ट्र के साल्हेर, शिवनेरी, लोहागढ़, खंडेरी, रायगढ़, राजगढ़, प्रतापगढ़, सुवर्णदुर्ग, पन्हाला, विजयदुर्ग, सिंधुदुर्ग और तमिलनाडु का जिंजी किला शामिल हैं. यह भारत का 44वां विश्व धरोहर स्थल है, जो हमें दुनिया में छठा और एशिया प्रशांत क्षेत्र में दूसरा स्थान दिलाता है. ये किले मराठा साम्राज्य की भौगोलिक विविधता और रक्षा योजना के उत्कृष्ट उदाहरण हैं, जो पर्वत शिखरों से लेकर तटीय चौकियों तक फैले हैं. शिवसेना संसदीय दल की ओर से हम इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पीएम मोदी का हृदय से धन्यवाद व्यक्त करते हैं, क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र के ऐतिहासिक किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया.
शिवसेना सांसदों ने आगे कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित 12 किलों को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने का निर्णय महाराष्ट्र की समृद्ध विरासत को उजागर करेगा और हमारे युवाओं में अपने इतिहास के प्रति एक नई चेतना और गौरव का संचार करेगा. इन किलों के संरक्षण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ये शोधकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण अध्ययन स्थल बनेंगे. साथ ही महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से इन किलों को देखने और मराठा साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास को जानने की अपील की. ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और उनके गौरव को बढ़ाने के हर प्रयास में शिवसेना पूरी तरह से प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ी है.
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एकेएस/जीकेटी
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