Lucknow, 8 अक्टूबर . भोजपुरी Actor पवन सिंह इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में हैं. उनकी पत्नी ज्योति सिंह उनसे सुलह करने के लिए हाल ही में Lucknow पहुंची थीं. पवन सिंह के घर पहुंचकर उन्होंने काफी हंगामा किया और पति से मिलने की जिद की. इस बीच social media के माध्यम से उन्होंने पति पर जबरन Police बुलाने और अन्य आरोप लगाए.
अब पवन सिंह ने इस पर चुप्पी तोड़ते हुए Wednesday को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि बिहार चुनाव से पहले ज्योति जी का ये अपनापन क्यों नहीं दिखा? उन्होंने अपना पक्ष मीडिया के सामने रखते हुए कहा, “जब ज्योति के Lucknow आने का मुझे पता चला तो मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी. मैंने कहा कि उन लोगों से बोलो किसी और दिन आ जाएं, मुझे एक मीटिंग में जाना था. लेकिन वे फिर भी आईं. मैं मीटिंग में था, मुझे पता चला कि ऐसा हो गया.”
उन्होंने आगे कहा, “ज्योति, आप जो अपने पति के लिए अपनापन दिखा रही हैं, ये चुनाव से पहले क्यों नहीं दिखाया? क्योंकि मैं अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान से मिला. ज्योति के पिता ने बोला, ‘आप मेरी बेटी को विधायक बना दीजिए.’ मैंने कहा, ‘ये हमारे बस की बात नहीं. आप विधायक बनने के लिए इस हद तक जा सकती हैं, सोचा नहीं था.’”
उन्होंने यह भी कहा कि आप लोग नेताओं से सारी मुलाकात और उसके बाद ज्योति के कार्यक्रम को देख लीजिए, आपको सब समझ आ जाएगा. पवन सिंह ने यह भी कहा कि कानून दोनों के लिए मायने रखता है. यह तलाक का केस अभी कोर्ट में है. अभी तक उनकी काफी बदनामी हो गई है. अब शायद ही इस मामले में कुछ हो पाए.
बता दें कि हाल ही में पवन सिंह को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है. वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा का मतलब है कि पवन सिंह के साथ अब 24 घंटे हथियारों से लैस कमांडो तैनात रहेंगे. इस सुरक्षा घेरे में कुल 11 से 12 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें केंद्रीय बलों के कमांडो, निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ), और अन्य सुरक्षाकर्मी होते हैं. ये सुरक्षाकर्मी हर वक्त पवन सिंह के आसपास मौजूद रहेंगे, चाहे वह घर पर हों, किसी कार्यक्रम में, या यात्रा के दौरान. इस सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य पवन सिंह को किसी भी संभावित खतरे से बचाना है.
–
जेपी/एएस
You may also like
जेल में सुविधाओं की मांग पर चैतन्यानंद को आंशिक राहत, कोर्ट ने मांगा पुलिस से जवाब
पायलट के समर्थक नेता ने गहलोत के सामने मंच से कह दी चुभने वाली बात, BJP भी बोल गई 'कुर्सी का किस्सा'
ग्वालियरः तौल कांटे सही न पाए जाने पर 7 दुकानों पर कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट का नया फैसला: संपत्ति रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची
बंगाल के राज्यपाल ने भाजपा सांसद और विधायक पर हमले को बताया निंदनीय, बोले-'बंगाल में स्थिति अच्छी नहीं'