Tech Tips फोन के स्लो होने और हैंग होने से काफी लोग परेशान होते हैं। क्योंकि एक वक्त तक चलने के बाद फोन की प्रोसेसिंग पर काफी असर पड़ता है। ऐसे में काफी सारे लोग फोन को सर्विस सेंटर ले जाने के बारे में सोचने लगते हैं। काफी लोग नया फोन खरीदना ही बेस्ट ऑप्शन मानते हैं। लेकिन एक छोटी सी आदत आपके पैसे बचा सकता है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। अक्सर लोग फोन के स्लो चलने और हैंग होने से परेशान रहते हैं। लेकिन, आपको जानकार हैरानी होगी कि इस समस्या से बेहद आसानी से बचा जा सकता है। वो भी केवल फोन को रीस्टार्ट कर। स्मार्टफोन को रीस्टार्ट (Restart Button) करना एक मामूली काम लग सकता है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये डिवाइस की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाता है। टेक प्रोफेशनल्स के मुताबिक, स्मार्टफोन को हफ्ते में एक बार रीस्टार्ट करना कई फायदे पहुंचाता है। इस साधारण लगने वाली आदत के कई फायदे हैं। जो नया फोन खरीदने से रोक सकता है और आपके पैसे बचा सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में डिटेल।
कितनी बार करना चाहिए फोन रीस्टार्ट (How many times should you restart your phone)
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि फोन को सामान्य तौर पर अच्छी तरह से चलाने के लिए हफ्ते में कम से कम तीन बार रीस्टार्ट करना चाहिए। जबकि, मोबाइल कम्युनिकेशन कंपनी T-Mobile के मुताबिक iPhone और एंड्रॉयड स्मार्टफोन को हफ्ते में कम से कम एक बार रीस्टार्ट करना चाहिए। वहीं, बड़ी मोबाइल कंपनी सैमसंग का कहना है कि उसके Galaxy फोन को रोज रीस्टार्ट करना चाहिए।
डिवाइस रीस्टार्ट करने के फायदे
जब आप डिवाइस को रीस्टार्ट करते हैं, तो ये RAM को क्लियर करता है, बैकग्राउंड ऐप्स को बंद करता है और ऑपरेटिंग सिस्टम को रीसेट करता है। समय के साथ, स्मार्टफोन में टेम्परेरी फाइल्स, कैश डेटा और बैकग्राउंड प्रोसेस जमा हो जाते हैं, जो परफॉर्मेंस को धीमा कर सकते हैं। हफ्ते में एक बार रीस्टार्ट करने से ये क्लटर साफ हो जाता है, जिससे डिवाइस स्मूद तरीके से चलता है और क्रैश या लैग की आंशका कम हो जाती है।
बेहतर बैटरी हेल्थ
रेगुलर रीस्टार्ट का एक और फायदा है बेहतर बैटरी हेल्थ। बैकग्राउंड ऐप्स और सिस्टम प्रोसेस तब भी पावर कंज्यूम करते हैं, जब उनका इस्तेमाल न हो। फोन को रीस्टार्ट करने से ये प्रोसेस बंद हो जाते हैं और गैरजरूरी बैटरी ड्रेन रुकता है। इससे आपका फोन सिंगल चार्ज पर ज्यादा समय चलता है और बैटरी परफॉर्मेंस लंबे समय तक बेहतर रहती है।
सिक्योरिटी का फी फायदा
कभी-कभी स्मार्टफोन बिना यूजर को पता चले कॉम्प्रोमाइज्ड ऐप्स या कनेक्शन्स को चलाते रहते हैं। डिवाइस को रीस्टार्ट करने से संदिग्ध बैकग्राउंड एक्टिविटी खत्म हो सकती है और सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को फिर से शुरू करने में मदद मिलती है। ये मैलवेयर या अनवांटेड ऐप्स से होने वाले जोखिमों को कम करने में खास तौर पर फायदेमंद है।
मोबाइल नेटवर्क और कनेक्टिविटी
इसके अलावा, मोबाइल नेटवर्क और कनेक्टिविटी को भी रीस्टार्ट से फायदा होता है। अगर आपके फोन को Wi-Fi या मोबाइल नेटवर्क से कनेक्ट होने में दिक्कत हो रही है, तो रीस्टार्ट कनेक्शन्स को रिफ्रेश कर सकता है और इन आम समस्याओं को हल कर सकता है। ये हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्रोसेस के लिए एक मिनी ‘रीसेट’ की तरह काम करता है।
हालांकि, एक्सपर्ट्स ज्यादा रीस्टार्ट से बचने की सलाह देते हैं। इसे बार-बार (दिन में कई बार) करने से कोई एडिशनल फायदा नहीं होता और समय के साथ इंटरनल कंपोनेंट्स पर हल्का तनाव पड़ सकता है। लेकिन हफ्ते में एक बार करने से मेंटेनेंस और प्रैक्टिकैलिटी के बीच सही संतुलन बना रहता है।
कुलमिलाकर बात करें तो स्मार्टफोन को हफ्ते में कम से कम एक बार रीस्टार्ट करना परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ और सिक्योरिटी को बनाए रखने के लिए एक छोटा लेकिन पावरफुल स्टेप है। चूंकि स्मार्टफोन रोजमर्रा के लिए जरूरी टूल बन गया है। ऐसे सिंपल मेंटेनेंस हैबिट्स उनके लाइफस्पैन और एफिशिएंसी को बढ़ाने में काफी मदद कर सकते हैं।
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