सितंबर 2025 भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए उम्मीदों से भरा महीना साबित हुआ. जीएसटी 2.0 के बाद, त्योहारी सीजन से पहले डीलरशिप की सक्रियता और खुदरा बाजार में बढ़ती रौनक ने उघोग में नई एनर्जी भर दी है. इस दौरान शहरी सेक्टर में मजबूत मांग और ग्रामीण मार्केट में भी सुधार देखने को मिला. महीने के अंत तक सेक्टर ने 3.12 लाख पैसेंजर व्हीकल्स, 21.6 लाख से अधिक टू-व्हीलर्स और 84,077 थ्री-व्हीलर्स की सप्लाई दर्ज की. कमर्शियल वाहनों ने भी स्थिर प्रदर्शन बनाए रखा. कुल मिलाकर, सितंबर ने त्योहारी तिमाही की शुरुआत को मजबूत गति और सकारात्मक रुझान के साथ आगे बढ़ाया.
पैसेंजर व्हीकल सेगमेंटने 3,12,791 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जो साल-दर-साल मामूली रूप से कम है, लेकिन तिमाही की सुस्त शुरुआत के बाद गति में वापसी का संकेत है. एसयूवी और यूवी कैटेगरी, जो लगातार तीन साल से बाजार में छाई हुई है, 2,04,392 यूनिट्स पर स्थिर रही, जो घरेलू बाजार में 0.9 प्रतिशत की मामूली गिरावट को दिखाता है. ये संकेत देता है कि पीवी मार्केट में 56 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के शिखर पर पहुंचने के बाद ये एक स्वाभाविक स्थिरता की ओर बढ़ रहा है.
छोटी कारों की सेल में तेजी देखी गईइसमें दिलचस्प बात ये है कि इस महीने की बिक्री में तेज़ी देखी गई, जिसे जीएसटी से जुड़ी कीमतों में सुधार से मदद मिली. यात्री कारों की सेल 98,364 यूनिट्स पर लगभग स्थिर रही, लेकिन डीलरों ने शुरुआती स्तर के मॉडलों के लिए बेहतर पूछताछ की सूचना दी है, जो उद्योग ने कई महीनों से नहीं देखा था.
वैन की सेल में गिरावट आईहालांकि, वैन की सेल में गिरावट आई और इसका नंबर 15.7 प्रतिशत घटकर 10,035 यूनिट्स रह गई, क्योंकि बेड़े संचालकों ने कॉम्पैक्ट यूवी-बेस्ड लोगों को ले जाने वाली गाड़ियों को प्राथमिकता देना जारी रखा.फिलहाल, त्योहारी माहौल और जीएसटी कटौती के बाद बढ़ी हुई सामर्थ्य ने मिलकर शोरूमों को काफी बढ़ावा दिया है. वहीं वाहन निर्माता कंपनियां दिवाली से पहले स्टॉक बढ़ा रहे हैं.
दोपहिया वाहन: शहरी मांग बढ़ने से स्कूटर सबसे आगेदोपहिया वाहन निर्माताओं के लिए खुश होने का कारण ये था कि उनकी सेल 6.7 प्रतिशत बढ़कर 21,60,889 यूनिट्स हो गई, जो मेन रूप से शहरी और अर्ध-शहरी स्कूटरों की मांग का परिणाम था. स्कूटरों की सेल 9.1 प्रतिशत बढ़कर 7,33,391 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो शहरी यात्रियों और पहली बार बाज़ार में वापसी करने वाले खरीदारों के बीच बढ़ती लोकप्रियता को दिखाता है.
ग्रामीण इलाकों में निरंतर मांग के चलते मोटरसाइकिलों की बिक्री 5.8 प्रतिशत बढ़कर 13,73,750 यूनिट्स पर स्थिर रही. हालांकि, मोपेड कैटेगरी में मामूली बढ़ोतरी ने ध्यान आकर्षित किया, जो कम बिक्री वाला खंड होने के बावजूद, पिछले महीनों की तुलना में कम गिरावट दर्ज की गई.
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