Next Story
Newszop

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग की रिपोर्ट: जानें क्या है फिटमेंट फैक्टर का महत्व

Send Push
8वें वेतन आयोग की रिपोर्ट पर चर्चा

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नई रिपोर्ट्स 8वें वेतन आयोग के संदर्भ में विभिन्न रिपोर्टें सामने आ रही हैं। इन रिपोर्टों में फिटमेंट फैक्टर के बारे में अलग-अलग दावे और मांगें की जा रही हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि अधिक फिटमेंट फैक्टर का मतलब यह नहीं है कि वेतन में भी उतनी ही वृद्धि होगी।


बेसिक सैलरी और वास्वित सैलरी का महत्व

बेसिक सैलरी की गणना


केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को फिटमेंट फैक्टर से गुणा किया जाता है, जिससे केवल बेसिक सैलरी में वृद्धि होती है। लेकिन ग्रॉस सैलरी के लिए महंगाई भत्ता (DA) महत्वपूर्ण होता है, जो यह निर्धारित करता है कि वास्वित सैलरी में कितनी वृद्धि होगी।


रिपोर्ट आने में समय लगेगा

आयोग का गठन और रिपोर्ट


8वें वेतन आयोग का गठन अभी चल रहा है। आयोग के गठन के बाद ही इस पर कार्य शुरू होगा, और रिपोर्ट आने में कई महीने लग सकते हैं। वर्तमान में, यह स्पष्ट नहीं है कि आयोग की सिफारिशें कब जारी होंगी और कब लागू की जाएंगी।


कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

फिटमेंट फैक्टर की वास्तविकता


कर्मचारियों को यह समझना होगा कि अधिक फिटमेंट फैक्टर का मतलब यह नहीं है कि उन्हें बंपर वेतन वृद्धि मिलेगी। महंगाई के अनुसार, केवल फिटमेंट फैक्टर सैलरी में वास्तविक वृद्धि नहीं करेगा; इसके लिए महंगाई भत्ता आवश्यक है।


पिछले वेतन आयोगों से तुलना

फिटमेंट फैक्टर का विश्लेषण


फिटमेंट फैक्टर की वास्तविकता को समझने के लिए 6वें और 7वें वेतन आयोग का विश्लेषण करना आवश्यक है। उदाहरण के लिए, 7वें वेतन आयोग में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर था, जिससे न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये हुआ, लेकिन महंगाई भत्ते के समावेश के बाद वास्तविक वेतन वृद्धि केवल 14.2% रही।


सैलरी वृद्धि की गणना

सैलरी में वृद्धि का कारण


सैलरी में वृद्धि की गणना करते समय वेतन आयोग मौजूदा सैलरी स्तर और महंगाई को ध्यान में रखता है। महंगाई भत्ता वास्तविक सैलरी को सुरक्षित करता है। उदाहरण के लिए, 7वें सीपीसी में 2.57 फिटमेंट फैक्टर को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है, जिसमें से एक भाग महंगाई भत्ते के समावेश के लिए जिम्मेदार था।


Loving Newspoint? Download the app now