भारतीय वित्तीय इतिहास में मधु लुनावत ने एक नया अध्याय जोड़ा है. पैंटोमैथ ग्रुप की इकाई द वेल्थ कंपनी को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से म्यूचुअल फंड व्यवसाय शुरू करने की मंजूरी मिल गई है. ये मंजूरी मिलने के बाद इस कंपनी की सह-संस्थापक और कार्यकारी निदेशक मधु लुनावत स्वतंत्र रूप से म्यूचुअल फंड हाउस स्थापित करने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं.
कौन हैं मधु लुनावत? इंफोसिस, एएसआरईसी, और एडलवाइस ग्रुप जैसी कई कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली मधु लुणावत एक अनुभवी और दूरदर्शी एंटरप्रेन्योर है. उन्हें अपने करियर में कई बड़ी-बड़ी उपलब्धियां प्राप्त हुई है. वे द वेल्थ कंपनी एसेट मैनेजमेंट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की एमडी और सीईओ होने के साथ ही पैंटोमैथ समूह की सह-संस्थापक भी हैं. अपने करियर के दौरान प्राप्त अनुभव और एक्सपर्टीज के आधार पर ही उन्होंने द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड को स्थापित किया. मधु लुनावत की उपलब्धि न केवल महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है बल्कि विकसित भारत एजेंट को पूरा करने में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है.
द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड की शुरुआत सेबी ने 18 जुलाई 2025 को द वेल्थ कंपनी को रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिया. यानि अब कंपनी एक रजिस्टर्ड एसेट मैनेजमेंट कंपनी के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है. कंपनी का मुख्य लक्ष्य टियर-3 और उससे आगे के मार्केट पर फोकस करना है. जहाँ आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ रही है. साल 2013 में अपने पति महावीर लुनावत के साथ मिलकर मधु लुनावत ने पैंटोमैथ समूह की सह-स्थापना की थी.
द वेल्थ कंपनी ने वैकल्पिक निवेश क्षेत्र में पहले ही अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है. हाल के वर्षों में, यह कंपनी इक्विटी और संरचित रणनीतियों में एक मजबूत पोर्टफोलियो विकसित करने में सफल रही है.
भारत में म्युचुअल फंड में महिलाओं की स्थितिदेश में वर्तमान में लगभग 46 म्युचुअल फंड हाउस एक्टिव हैं. जिनमें से केवल एडलवाइस म्यूचुअल फंड में ही एक महिला एमडी और सीईओ है जो राधिका गुप्ता हैं. वहीं अब मधु लुनावत स्वतंत्र रूप से म्युचुअल फंड हाउस स्थापित करके सेबी की मंजूरी प्राप्त करने वाली भारत की पहली महिला बन गई है.
कौन हैं मधु लुनावत? इंफोसिस, एएसआरईसी, और एडलवाइस ग्रुप जैसी कई कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली मधु लुणावत एक अनुभवी और दूरदर्शी एंटरप्रेन्योर है. उन्हें अपने करियर में कई बड़ी-बड़ी उपलब्धियां प्राप्त हुई है. वे द वेल्थ कंपनी एसेट मैनेजमेंट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की एमडी और सीईओ होने के साथ ही पैंटोमैथ समूह की सह-संस्थापक भी हैं. अपने करियर के दौरान प्राप्त अनुभव और एक्सपर्टीज के आधार पर ही उन्होंने द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड को स्थापित किया. मधु लुनावत की उपलब्धि न केवल महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है बल्कि विकसित भारत एजेंट को पूरा करने में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है.
द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड की शुरुआत सेबी ने 18 जुलाई 2025 को द वेल्थ कंपनी को रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिया. यानि अब कंपनी एक रजिस्टर्ड एसेट मैनेजमेंट कंपनी के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है. कंपनी का मुख्य लक्ष्य टियर-3 और उससे आगे के मार्केट पर फोकस करना है. जहाँ आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ रही है. साल 2013 में अपने पति महावीर लुनावत के साथ मिलकर मधु लुनावत ने पैंटोमैथ समूह की सह-स्थापना की थी.
द वेल्थ कंपनी ने वैकल्पिक निवेश क्षेत्र में पहले ही अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है. हाल के वर्षों में, यह कंपनी इक्विटी और संरचित रणनीतियों में एक मजबूत पोर्टफोलियो विकसित करने में सफल रही है.
भारत में म्युचुअल फंड में महिलाओं की स्थितिदेश में वर्तमान में लगभग 46 म्युचुअल फंड हाउस एक्टिव हैं. जिनमें से केवल एडलवाइस म्यूचुअल फंड में ही एक महिला एमडी और सीईओ है जो राधिका गुप्ता हैं. वहीं अब मधु लुनावत स्वतंत्र रूप से म्युचुअल फंड हाउस स्थापित करके सेबी की मंजूरी प्राप्त करने वाली भारत की पहली महिला बन गई है.
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