जापान सरकार ने 40 साल के लिए एक नया बॉन्ड जारी किया, जिसमें निवेशकों ने बहुत अच्छी खासी दिलचस्पी दिखाई। इस बॉन्ड की यील्ड यानी ब्याज दर 3.31% तक गिर गई, जो 14 अगस्त 2025 के बाद सबसे कम है। यील्ड के गिरने का मतलब है कि बॉन्ड की कीमतें बढ़ रही हैं और निवेशक कम रिटर्न मिलने पर भी इसे खरीदने को तैयार हैं। यह साफ बताता है कि निवेशकों का सरकार और उसकी वित्तीय स्थिति पर मजबूत भरोसा है।
क्यों हुई यील्ड में गिरावट
1.नीलामी में ज़बरदस्त मांगइस बॉन्ड की नीलामी में निवेशकों ने इतना उत्साह दिखाया कि मांग, बिक्री से 2.6 गुना ज्यादा थी। इससे पहले की नीलामी में यह आंकड़ा 2.1 गुना था। इस भारी मांग ने यील्ड को नीचे धकेल दिया। यह दिखाता है कि निवेशकों को जापान सरकार की लंबी अवधि तक आर्थिक मजबूती पर भरोसा है, इसलिए वे इस बॉन्ड को सुरक्षित समझते हैं।
2. खर्च बढ़ाने के दबाव में कमी आईजापान की राजनेता Sanae Takaichi, जो लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) की अगली नेता बनने की दावेदार हैं, उन्होंने पहले सरकार से ज्यादा खर्च करने को कहती थीं। लेकिन अब उन्होंने यह मांग थोड़ी कम कर दी है। इसका मतलब है कि सरकार अब ज्यादा कर्ज नहीं लेना चाहती।
वित्त मंत्रालय का बॉन्ड इश्यू कम करने का प्रस्ताव
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वह liquidity enhancement auctions में जारी होने वाले बॉन्ड की संख्या कम करने पर सोच रहा है। खासकर, जुलाई से शुरू होने वाली नीलामियों में 20, 30 और 40 साल के बॉन्ड की मात्रा हर नीलामी में 100 अरब येन कम करने का प्रस्ताव है। इससे बाजार को भरोसा मिला है कि सरकार ज्यादा बॉन्ड नहीं बेचेगी, जिससे ब्याज दरों (yield) पर दबाव कम होगा और स्थिति स्थिर बनी रहेगी। इसका मतलब है कि सरकार अपना कर्ज धीरे-धीरे ले ताकि बाजार ठीक से चले।
अन्य बॉन्ड्स का हाल
40 साल की यील्ड में गिरावट के साथ-साथ अन्य लॉन्ग टर्म बॉन्ड्स में भी असर देखा गया:
30 साल की यील्ड: स्थिर रही – 3.155%
20 साल की यील्ड: गिरावट – 2.61%
10 साल की यील्ड: मामूली बढ़ी – 1.645%
5 साल की यील्ड: थोड़ी बढ़ी – 1.23%
2 साल की यील्ड: कोई बदलाव नहीं – 0.925%
इससे साफ होता है कि सबसे ज्यादा गिरावट लंबी अवधि वाले बॉन्ड्स, खासकर 40 साल वाले, पर पड़ी है।
बैंक ऑफ जापान की नीति
मार्केट में यह भी चर्चा है कि बैंक ऑफ जापान (BOJ) भविष्य में ब्याज दरों को बढ़ा सकता है। दरअसल, हाल ही में BOJ बोर्ड के दो सदस्यों ने ब्याज दरें बढ़ाने के पक्ष में वोट दिया, जो इस संभावना को और मजबूत करता है। इससे निवेशकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में yield curve समान हो सकता है। इसका मतलब है कि लंबी और छोटी अवधि की यील्ड में अंतर कम हो जाएगा।
राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद
यह खबर ऐसे समय में आई है जब LDP की लीडरशिप रेस चल रही है, जिसमें Sanae Takaichi और Shinjiro Koizumi जैसे दावेदार हैं। बता दे कि आने वाले 4 अक्टूबर को नया नेता चुना जाएगा। इस राजनीतिक परिवर्तन से जुड़ी स्थिरता की उम्मीद भी निवेशकों को भरोसा देती है कि आर्थिक नीतियों में बड़ा झटका नहीं आएगा।
मुख्य बात : निवेशक अभी भी सरकार के लंबे समय वाले बॉन्ड्स में निवेश कर रहे हैं। यील्ड घटने से सरकार को सस्ते कर्ज मिल रहे हैं, जो उसके लिए अच्छा है। नीति और राजनीतिक स्थिरता ने बाजार में भरोसा बढ़ाया है।
क्यों हुई यील्ड में गिरावट
1.नीलामी में ज़बरदस्त मांगइस बॉन्ड की नीलामी में निवेशकों ने इतना उत्साह दिखाया कि मांग, बिक्री से 2.6 गुना ज्यादा थी। इससे पहले की नीलामी में यह आंकड़ा 2.1 गुना था। इस भारी मांग ने यील्ड को नीचे धकेल दिया। यह दिखाता है कि निवेशकों को जापान सरकार की लंबी अवधि तक आर्थिक मजबूती पर भरोसा है, इसलिए वे इस बॉन्ड को सुरक्षित समझते हैं।
2. खर्च बढ़ाने के दबाव में कमी आईजापान की राजनेता Sanae Takaichi, जो लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) की अगली नेता बनने की दावेदार हैं, उन्होंने पहले सरकार से ज्यादा खर्च करने को कहती थीं। लेकिन अब उन्होंने यह मांग थोड़ी कम कर दी है। इसका मतलब है कि सरकार अब ज्यादा कर्ज नहीं लेना चाहती।
वित्त मंत्रालय का बॉन्ड इश्यू कम करने का प्रस्ताव
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वह liquidity enhancement auctions में जारी होने वाले बॉन्ड की संख्या कम करने पर सोच रहा है। खासकर, जुलाई से शुरू होने वाली नीलामियों में 20, 30 और 40 साल के बॉन्ड की मात्रा हर नीलामी में 100 अरब येन कम करने का प्रस्ताव है। इससे बाजार को भरोसा मिला है कि सरकार ज्यादा बॉन्ड नहीं बेचेगी, जिससे ब्याज दरों (yield) पर दबाव कम होगा और स्थिति स्थिर बनी रहेगी। इसका मतलब है कि सरकार अपना कर्ज धीरे-धीरे ले ताकि बाजार ठीक से चले।
अन्य बॉन्ड्स का हाल
40 साल की यील्ड में गिरावट के साथ-साथ अन्य लॉन्ग टर्म बॉन्ड्स में भी असर देखा गया:
30 साल की यील्ड: स्थिर रही – 3.155%
20 साल की यील्ड: गिरावट – 2.61%
10 साल की यील्ड: मामूली बढ़ी – 1.645%
5 साल की यील्ड: थोड़ी बढ़ी – 1.23%
2 साल की यील्ड: कोई बदलाव नहीं – 0.925%
इससे साफ होता है कि सबसे ज्यादा गिरावट लंबी अवधि वाले बॉन्ड्स, खासकर 40 साल वाले, पर पड़ी है।
बैंक ऑफ जापान की नीति
मार्केट में यह भी चर्चा है कि बैंक ऑफ जापान (BOJ) भविष्य में ब्याज दरों को बढ़ा सकता है। दरअसल, हाल ही में BOJ बोर्ड के दो सदस्यों ने ब्याज दरें बढ़ाने के पक्ष में वोट दिया, जो इस संभावना को और मजबूत करता है। इससे निवेशकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में yield curve समान हो सकता है। इसका मतलब है कि लंबी और छोटी अवधि की यील्ड में अंतर कम हो जाएगा।
राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद
यह खबर ऐसे समय में आई है जब LDP की लीडरशिप रेस चल रही है, जिसमें Sanae Takaichi और Shinjiro Koizumi जैसे दावेदार हैं। बता दे कि आने वाले 4 अक्टूबर को नया नेता चुना जाएगा। इस राजनीतिक परिवर्तन से जुड़ी स्थिरता की उम्मीद भी निवेशकों को भरोसा देती है कि आर्थिक नीतियों में बड़ा झटका नहीं आएगा।
मुख्य बात : निवेशक अभी भी सरकार के लंबे समय वाले बॉन्ड्स में निवेश कर रहे हैं। यील्ड घटने से सरकार को सस्ते कर्ज मिल रहे हैं, जो उसके लिए अच्छा है। नीति और राजनीतिक स्थिरता ने बाजार में भरोसा बढ़ाया है।
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