भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच शनिवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत और पाकिस्तान में आज फ़ायरिंग और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में , "आतंकवाद के सभी रूप के ख़िलाफ़ भारत ने लगातार कठोर और न झुकने वाला रुख़ अपनाया है. वो ऐसा करना जारी रखेगा."
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 'भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल और पूर्ण संघर्षविराम पर सहमति बनने' की जानकारी दी गई थी. वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री ने भी एक बयान जारी कर दावा किया कि अमेरिका ने दोनों देशों के अधिकारियों से बात की थी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुक्रिया कहा है.
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यूक्रेन की राजधानी कीएव के दौरे पर गए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने बीबीसी के हेनरी ज़ेफ़मैन से बातचीत में कहा कि 'पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच सीज़फ़ायर को लेकर ब्रिटेन सक्रिय था.'
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री डेविड लैमी दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे थे. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने लैमी की तारीफ़ी की है.
पाक पीएम शहबाज़ शरीफ़ क्या बोले?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, "क्षेत्र में शांति के लिए उनके नेतृत्व और सक्रिय भूमिका के लिए हम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शुक्रिया अदा करते हैं."
"इस नतीजे तक पहुंचने में मदद के लिए पाकिस्तान अमेरिका की सराहना करता है, जिसे हमने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के हित में स्वीकार किया है."
"हम अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो को भी दक्षिण एशिया में शांति के लिए उनके योगदान के लिए धन्यवाद देते हैं."
उन्होंने लिखा, "पाकिस्तान का मानना है कि यह उन मुद्दों के समाधान की दिशा में एक नई शुरुआत है, जो इस इलाक़े को परेशान करता रहा है, और जिस कारण इसकी शांति, समृद्धि और स्थिरता का रास्ता बाधित हुआ है."
सउदी अरब, ब्रिटेन और बांग्लादेश ने दोनों के बीच सीज़फ़ायर पर सहमति बनने के फ़ैसले का स्वागत किया है. संयुक्त राष्ट्र ने भी इसे सकारात्मक कदम बताया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम को लेकर सहमति बनना "मौजूदा शत्रुता को ख़त्म करने और तनाव कम करने की दिशा में सकारात्मक कदम है."
एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि महासचिव को उम्मीद है कि इससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों का समाधान हो सकेगा.
इससे पहले आठ मई को एंटोनियो गुटेरेस ने कहा था कि दुनिया भारत और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र संघर्ष का जोखिम नहीं ले सकती.
ब्रितानी विदेश मंत्री ने एक सोशल मीडिया पोस्ट कर इस फ़ैसले का स्वागत किया है.
उन्होंने लिखा, "मैं दोनों पक्षों से अपील करूंगा कि वो इसका पालन करें. तनाव कम करना हर किसी के हक़ में है."
सउदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक कर कहा कि "हम पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्षविराम समझौते का स्वागत करते हैं तथा उम्मीद करते हैं कि इससे क्षेत्र में सुरक्षा और शांति बहाल होगी."
बयान में कहा गया है, "हम बुद्धमत्ता दिखाने, संयम बरतने और बातचीत और शांतिपूर्ण तरीके से विवाद सुलझाने का समर्थन करने को प्राथमिकता देने के लिए दोनों पक्षों की सराहना करते हैं."
वहीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर सीज़फ़ायर का स्वागत किया है.
उन्होंने लिखा, "मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमति जताने और बातचीत में शामिल होने के लिए सराहना करता हूँ."
"बांग्लादेश कूटनीति के ज़रिए आपसी मतभेद सुलझाने के लिए दोनों पड़ोसियों को समर्थन देना जारी रखेगा."
भारत के विदेश सचिव ने क्या कहा?भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सीज़फ़ायर पर बनी सहमति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार शाम पांच बजे से दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई और फ़ायरिंग रोकने के निर्देश जारी किए हैं.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार शाम अचानक प्रेस कांफ़्रेंस बुलाकर एक बयान दिया.
उन्होंने , "पाकिस्तान के मिलिटरी ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल ने भारत के अपने समकक्ष को आज दोपहर तीन बजकर 35 मिनट पर फ़ोन किया था. उनके बीच सहमति बनी है कि दोनों पक्ष आज शाम पांच बजे से ज़मीन, समंदर और हवा से फ़ायरिंग बंद कर देंगे."
उन्होंने कहा, "दोनों पक्षों की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं. दोनों देशों के मिलिटरी ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल सोमवार 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बात करेंगे."
भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फ़ायर को लेकर सहमति बनने की घोषणा के कुछ देर बाद रक्षा मंत्रालय ने एक प्रेस ब्रीफिंग की.
प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय सेना के अधिकारी कमोडोर आर रघु नायर, कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह शामिल हुए.
कमोडोर रघु नायर ने कहा, "जल, थल और वायु में सैन्य कार्रवाई रोकने को लेकर भारत और पाकिस्तान में सहमति बन गई है. सेना सीज़फ़ायर को लेकर बनी सहमति का पालन करेगी."
"लेकिन भारत की संप्रभुता बनाए रखने के लिए सेना 'सतर्क' रहेगी. पाकिस्तान की तरफ से जब भी उल्लंघन हुआ है उसका उचित जवाब दिया गया है और भविष्य में अगर पाकिस्तान तनाव बढ़ाता है तो उस पर भी निर्णायक प्रतिक्रिया दी जाएगी."
वहीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने इस दौरान कहा है कि पाकिस्तान ने "भ्रामक प्रचार अभियान" चलाने की कई कोशिश की.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान के उस दावे को खारिज़ किया, जिसमें आरोप लगाया था कि भारतीय सेना ने हमले में मस्जिदों को निशाना बनाया था.
उन्होंने कहा, "हम सभी धर्म के धार्मिक स्थलों का सम्मान करते हैं."
उन्होंने कहा, "सेना ने अपने अभियान में उन जगहों को निशाना बनाया जो आतंकी कैम्प थे या वो जगहें जिनका इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधि के लिए किया जा रहा था. मैं कहना चाहती हूं कि भारतीय सशस्त्र बलों ने किसी भी धार्मिक स्थल को निशाना नहीं बनाया है."
शनिवार को डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था कि "भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल सीज़फ़ायर पर सहमति जताई है."
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर एक में कहा, "अमेरिका की मध्यस्थता में हुई एक लंबी बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल सीजफ़ायर पर सहमति जताई है."
अमेरिकी विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा कि भारत और पाकिस्तान ने व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर राज़ी हो गए हैं.
विदेश मंत्री ने एक बयान जारी कर इस बारे में विस्तृत जानकारी दी.
में कहा गया, "पिछले 48 घंटों में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष असीम मुनीर और भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और असीम मलिक के साथ-साथ भारत और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की है."
उन्होंने लिखा, "मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारें तत्काल सीज़फ़ायर करने और एक निष्पक्ष स्थान पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत करने के लिए सहमत हो गए हैं."
उन्होंने लिखा, "हम शांति का मार्ग चुनने में प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की बुद्धिमत्ता, विवेक और कूटनीति की सराहना करते हैं."

वहीं पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इसहाक़ डार ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के ज़रिए ये जानकारी दी है कि "पाकिस्तान और भारत पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर राज़ी हो गए हैं."
इसहाक़ डार ने कहा, "पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से सीज़फायर के लिए तैयार हो गए हैं. पाकिस्तान ने हमेशा ही अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के साथ बिना समझौता किए हुए क्षेत्र में शांति और सुरक्षा चाही है."
सीज़फ़ायर पर सहमति की जानकारी ऐसे समय आई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच बीते 24 घंटे में तनाव लगातार बढ़ता गया और भारत ने पाकिस्तान पर लंबी दूरी की हाई स्पीड मिसाइलों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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