राजस्थान में अजमेर जिले की किशनगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत बांदरसिंदरी के किसान इस बार अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। किसानों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि 2024 की खरीफ फसल में 70% गिरदावरी होने के बावजूद अभी तक फसल बीमा राशि खातों में नहीं पहुँची है। किसानों से बीमा प्रीमियम की राशि तो काट ली गई, लेकिन जब मुआवज़ा देने की बात आई तो प्रशासनिक मशीनरी खामोश हो गई।
100% फसल बर्बाद
किसानों का कहना है कि इस साल भी उनकी 100% फसल बर्बाद हो गई है और हालात इतने खराब हैं कि अगली रबी के लिए जुताई-बुवाई, खाद-बीज खरीदना मुश्किल हो गया है। वे चेतावनी दे रहे हैं कि अगर बीमा मुआवज़ा तुरंत किसानों के खातों में नहीं पहुँचा, तो वे ट्रैक्टरों के काफिले के साथ जयपुर कूच करेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कर्ज और भुखमरी के कगार पर किसान
इससे पहले भी किसानों ने 21 अगस्त को जिला स्तरीय जनसुनवाई में ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कार्रवाई न होने से किसानों में गहरा रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब वे कर्ज और भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। ग्रामीणों ने साफ कहा है कि अगर समय रहते राहत नहीं पहुँचाई गई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। किसानों की यह चेतावनी न केवल प्रशासन, बल्कि पूरे प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकती है। बीमा कंपनियों और सरकारी लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं कि जब गिरदावरी दर्ज हो गई थी, तो किसानों तक मुआवजा क्यों नहीं पहुँचा?
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