राजस्थान में बरसात से पहले हलचल मची हुई है। बरसात से पहले किसान खेतों में डालने के लिए बड़ी मात्रा में खाद खरीदते है। लेकिन पिछले तीन दिनों में राज्य के कई शहरों में नकली खाद के मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना लगातार छापेमारी कर नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों को पकड़ रहे हैं। ऐसे में पिछले तीन-चार दिनों में जितनी फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं, उनकी संख्या पहले से कहीं ज्यादा है। कई एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
दरअसल, सबसे ज्यादा छापेमारी अजमेर के पास किशनगढ़ में की गई है। वहां बड़ी संख्या में खाद और उर्वरक बनाने वाली फैक्ट्रियां हैं। ऐसे में जब कृषि मंत्री वहां सामान्य जांच के लिए पहुंचे तो सारा माजरा सामने आ गया। एक, दो, तीन... कई फैक्ट्रियों में खाद की जांच की गई। कुछ संदेह होने पर मौके पर एक्सपर्ट बुलाए गए और उनकी भी जांच की गई। पता चला कि सारा माल नकली था. हजारों किलो माल बोरियों में भरा हुआ था, सब कुछ जब्त कर लिया गया।
तीन-चार दिनों तक लगातार छापेमारी के बाद अब तक 13 फैक्ट्रियों को सील किया जा चुका है। इनमें से तीन के पास खाद बेचने का लाइसेंस भी नहीं है। इन लोगों के खिलाफ अब तक सात एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि तीस से ज्यादा फैक्ट्रियां निशाने पर थीं। इनमें से करीब 25 की जांच की गई। इनमें से 13 को सील कर दिया गया है। इन फैक्ट्रियों में भारी मात्रा में जिप्सम, एसएसपी, डीएपी, पोटाश जैसे खाद नकली पाए गए हैं। इनमें ईंट का चूरा, मार्बल का चूरा और अन्य मिलावटें मिलाई गई हैं। जिन बोरियों को सील किया गया है उन पर बिहार, यूपी, हरियाणा लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि इन राज्यों में भी नकली खाद की सप्लाई होती थी।
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